नई दिल्ली। दुनियाभर में भारत और चीन सोने के सबसे बड़े कंज्यूमर है और ऐसा कहा जाता है कि दुनियाभर में सोने का सबसे ज्यादा रिजर्व है, लेकिन जब सोने के आधिकारिक रिजर्व की बात आती है तो दुनिया की सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति अमेरिका सबसे आगे है, अमेरिका के पास भारत के आधिकारिक सोने के रिजर्व के मुकाबले करीब 15 गुना ज्यादा सोने का आधिकारिक रिजर्व है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) के मुताबिक जुलाई की शुरुआत तक दुनियाभर में सोने का आधिकारिक रिजर्व 33,999.2 टन दर्ज किया गया है जिसमें से अकेले अमेरिका के पास 8,133.5 टन सोना पड़ा हुआ है। जबकि भारत के पास सिर्फ 557.8 टन सोने का भंडार है।
सोने के आधिकारिक रिजर्व के मामले में भारत टॉप 10 में भी नहीं आता है, 557.2 टन सोने के साथ भारत का स्थान 11वां है। अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर जर्मनी है जिसके पास 3,375.6 टन सोने का भंडार है, तीसरे नंबर पर 2,814 टन सोने के साथ इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड, चौथे नंबर पर 2,451.8 टन सोने के साथ इटली और पांचवें नंबर पर 2,435.9 टन सोने के साथ फ्रांस है।
भारत को पछाड़ दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड कंज्यूमर बना चीन इस लिस्ट में 1,842.6 टन सोने के साथ छठें स्थान पर है, सातवें स्थान पर 1,706 टन सोने के साथ रूस, 8वें नंबर पर 1,040 टन सोने के साथ स्विटजरलैंड, नौवें नंबर पर 765.2 टन सोने के साथ जापान और 10वें स्थान पर 612.5 टन सोने के साथ नीदरलैंड है।
लिस्ट में पाकिस्तान 64.5 टन सोने के साथ 44वें, 22.3 टन सोने के साथ 58वें नंबर पर श्रीलंका और 14 टन सोने के साथ 64वें स्थान पर बांग्लादेश है।
भारत के बारे मे कहा जाता है यहां पर देशभर मे करीब 20,000 टन सोना पड़ा हुआ है, लेकिन यह सारा सोना आधिकारिक रिजर्व में नहीं आता है। यह सोना देश के घरों में ज्वैलरी या सिक्कों के तौर पर पड़ा हुआ है।