नई दिल्ली। कोटक महिंद्रा बैंक के संस्थापक और प्रवर्तक उदय कोटक ने रिजर्व बैंक के दिशानिर्देश के अनुसार बैंक में अपनी हिस्सेदारी में उल्लेखनीय कमी की है। तरजीही शेयर जारी किए जाने से उनकी हिस्सेदारी करीब 30 प्रतिशत से घटकर 19.70 प्रतिशत रह गई। प्रवर्तक हिस्सेदारी में कमी रिजर्व बैंक के दिशानिर्देश के अनुरूप है। कोटक महिंद्रा बैंक ने बंबई शेयर बाजार (BSE) को दी सूचना में कहा है कि बैंक ने पात्र शेयरधारकों को 5 रुपए के भाव पर 1,00,00,00,000 तरजीही शेयर (पर्पेचुअल नॉन-क्यूमुलेटिव प्रीफेरेंस शेयर) का आवंटन किया। यह आवंटन कुल 500 करोड़ रुपये का है।
इस निर्गम के बाद बैंक की चुकता पूंजी 953.16 करोड़ रुपए से बढ़कर 1,453.16 करोड़ रुपए हो गई है। इसके साथ ही बैंक के प्रवर्तक की हिस्सेदारी चुकता पूंजी की 19.70 प्रतिशत पर आ गई। इससे पहले बैंक में कोटक की हिस्सेदारी 29.74 प्रतिशत थी।
तरजीही शेयर निजी नियोजन के आधार पर जारी किए गए हैं। मतदान अधिकार के संदर्भ में प्रर्वतकों की स्थिति वहीं बनी रहेगी जो पहले थी। बैंक कानून के तहत वोट अधिकार की 15 प्रतिशत की सीमा है, भले ही शेयरधारिता कितनी ही क्यों न हो।
इससे पहले, आरबीआई ने चार साल पहले जारी नए बैंक लाइसेंस के लिए दिशानिर्देश के तहत कोटक महिंद्रा बैंक के प्रवर्तकों को अपनी हिस्सेदारी दिसंबर 2018 तक 20 प्रतिशत और मार्च 2020 तक 15 प्रतिशत करने को कहा है।