नई दिल्ली। दो दर्जन से अधिक भारतीय कंपनियां विस्तार परियोजनाओं एवं कामकाजी पूंजीगत जरूरतों को पूरा करने के लिए आने वाले महीनों में 25,000 करोड़ रुपए के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने वाली हैं। हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, बार्बिक्यू-नेशन हॉस्पिटलिटी और फ्लेमिंगो ट्रैवल रिटेल इन कंपनियों में शामिल हैं।
बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास इन कंपनियों द्वारा जमा कराए गए दस्तावेजों के अनुसार, इन कंपनियों में से अधिकांश कारोबारी विस्तार तथा कामकाजी पूंजीगत जरूरतों की पूर्ति के लिए आईपीओ ला रही हैं। इनके अलावा कुछ कंपनियों का मानना है कि शेयर बाजार पर सूचीबद्ध होने से उनका ब्रांड नाम आगे बढ़ेगा और मौजूदा शेयरधारकों को तरलता मिलेगी।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, बार्बिक्यू-नेशन हॉस्पिटलिटी, भारत डायनामिक्स और इंडियन रीन्यूएबल एनर्जी डेवेलपमेंट एजेंसी को आईपीओ लाने के लिए सेबी की मंजूरी मिल चुकी है। इनके अलावा 20 कंपनियों मसलन राइट्स, मिश्र धातु निगम लिमिटेड, बंधन बैंक, इंडोस्टार कैपिटल फाइनेंस, नजारा टेक्नोलॉजीज और रूट मोबाइल अभी सेबी की मंजूरी की प्रतीक्षा में हैं।
मर्चेंट बैंकिंग सूत्रों के अनुसार, इन कंपनियों को आईपीओ से करीब 25 हजार करोड़ रुपए जुटने का अनुमान है। पांच कंपनियों न्यूजेन सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजीज और अंबर एंटरप्राइजेज का आईपीओ पहले ही आ चुका है। वर्ष 2017 में 36 कंपनियों ने आईपीओ के जरिये 67 हजार करोड़ रुपए जुटाये थे।