नई दिल्ली। स्टॉक मार्केट में निवेश करने वाले अक्सर स्टॉक्स की कीमतों में उतार-चढ़ाव से मिलने वाले रिटर्न पर ही फोकस करते हैं। हालांकि गंभीर निवेशक इससे भी आगे की सोच रखते हैं। वो शेयर में निवेश सिर्फ इसलिये नहीं करते कि उन्हें स्टॉक्स में बढ़त का फायदा मिले, वो लंबी अवधि के दौरान डिविडेंड, बोनस, लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन जैसे फायदों पर भी नजर रखते हैं। इसमें डिविडेंड का फायदा सीधे तौर पर उतना नहीं लगता, जितना शेयर की कीमतों में उतार-चढ़ाव का दिखता है, हालांकि बात जब बैंकों के द्वारा ऑफर की जा रही एफडी दरों की हो तो कुछ कंपनियां अपने डिविडेंड ऑफर की वजह से दिये गये रिटर्न में एफडी से बेहतर साबित होती हैं।
क्या होता है डिविडेंड
कंपनियां शेयर धारकों से पैसा लेकर अपने बिजनेस में लगाती हैं, बदले में वो शेयर धारकों को स्टॉक ऑफर करती है। जब कोई कंपनी मुनाफे में होती है तो निवेशकों के बीच अपना भरोसा मजबूत करने के लिए उनके निवेश के आधार पर अपनी कमाई का कुछ हिस्सा डिविडेंड के रूप में वापस करती हैं। ये डिविवेंड निवेशकों के पास मौजूद स्टॉक की संख्या के आधार पर तय होता है। डिविडेंड बांटना कंपनियों की अपनी नीति का हिस्सा होता है, इसलिए कुछ कंपनियों का डिविडेंड रिकॉर्ड दूसरी कंपनियों के रिकॉर्ड से कहीं बेहतर होता है। ये कंपनियां कई बार बाजार में किसी वक्त ऑफर किये जा रहे एफडी के रिटर्न से भी बेहतर होता है। जानिये ऐसे ही 5 कंपनियां
इंडियन ऑयल
इंडियन ऑयल ने वित्त वर्ष 2021 के लिए 12 रुपये प्रति शेयर का डिविडेंड घोषित किया है। खास बात ये है कि एक साल पहले स्टॉक 84 रुपये के स्तर पर था और आज ये 110 रुपये के स्तर के पार है। अगर स्टॉक में उतार चढ़ाव को छोड़ दें तो डिविडेंड किसी भी एफडी के मुकाबले कहीं ज्यादा है।
कोल इंडिया
कोल इंडिया ने कल ही 3.5 रुपये प्रति शेयर का अतिरिक्त और अंतिम डिविडेंड का ऐलान किया है। वहीं पूरे साल के लिये कुल डिविडेंड 15 रुपये के पार पहुंच गया है। कोल इंडिया का शेयर 158 रुपये के स्तर पर है। स्टॉक एक साल पहले 130 रुपये के स्तर पर था। स्टॉक में बढ़त को छोड़ दे तो एक साल पहले निवेश करने वालों को डिविडेंड से ही 10 प्रतिशत से ज्यादा रिटर्न मिला है, जो कि किसी भी एफडी के रिटर्न से बेहतर है।
5 प्रतिशत से ज्यादा डिविडेंड यील्ड देने वाले स्टॉक्स
फिलहाल SBI एक साल से ज्यादा वक्त के लिए एफडी दरें 5.5 प्रतिशत ऑफर कर रहा है। हालांकि हिंदुस्तान जिंक,पावर ग्रिड (अंतिम डिविडेंड का ऐलान इस हफ्ते संभव) और ऑयल इंडिया ने अब तक इससे बेहतर डिविडेंड ऑफऱ किया है। वहीं एक साल में हिंदुस्तान जिंक 175 के स्तर से बढकर 340 तक, पावर ग्रिड 165 के स्तर से बढ़कर 250 के स्तर तक और ऑयल इंडिया 100 के स्तर से बढ़कर 150 के स्तर तक पहुंच चुका है। यानि निवेश के मामले में ये स्टॉक निवेशकों के लिए हर तरह से बेहतर साबित हुए हैं।
क्या है सलाह
बाजार में सभी जानकार निवेशकों से मजबूत कंपनियों में लंबी अवधि के निवेश की सलाह देते हैं। ऐसा करना से निवेशक छोटी अवधि में तेज उतार-चढ़ाव से बच सकता है, साथ ही लंबी अवधि में उसे दोहरी आय भी मिल जाती है, वहीं लंबी अवधि में उसे टैक्स लाभ भी मिलता है।
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