यदि यह शेयर पुनर्खरीद सफल रहती है तो देश की सबसे बड़ी ऐसी पेशकश साबित होगी। इससे पहले 2012 में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 10,400 करोड़ रुपए के शेयरों की पुनर्खरीद की थी। शेयर पुनर्खरीद से सामान्य तौर पर प्रति शेयर आय में सुधार होता है। इसमें अधिशेष नकदी शेयरधारकों के पास लौटती है। बाजार में सुस्ती की स्थिति में इससे शेयर मूल्य को भी समर्थन मिलता है।