नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के पहले तिमाही के नतीजों पर कोरोना संकट का असर देखने को मिला है। जून में खत्म हुई तिमाही में कंपनी का मुनाफा पिछले साल के मुकाबले 13.81 फीसदी घटकर 7008 करोड़ रुपये रहा है। ये आंकड़ा बाजार के अनुमानों से भी कम रहा है। इस अवधि में कंपनी की कंसोलिडेटेड आय में मामूली बढ़त देखने को मिली है। पिछले साल के मुकाबले आय 0.4 फीसदी की बढ़त के साथ 38322 करोड़ रुपये रही है। हालांकि इस दौरान कंपनी के हेल्थकेयर और लाइफसाइंस सेग्मेट में बढ़त दर्ज हुई है।
कंपनी के मुताबिक अवधि के दौरान लाइफसाइंस और हेल्थकेयर सेग्मेंट में पिछले साल के मुकाबले 13.8 फीसदी की तेज ग्रोथ देखने को मिली है। वहीं बाकी अन्य सेग्मेंट में तेज गिरावट दर्ज हई है। इसमें से BFSI सेग्मेंट में 4.9 फीसदी, रिटेल सेग्मेट में 12.9 फीसदी, कम्युनिकेशंस और मीडिया में 3.6 फीसदी, मैन्युफैक्चरिंग सेग्मेंट में 7.1 फीसदी और टेक्नोलॉजी और सर्विस सेग्मेंट में 4 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है।
इसके साथ ही कंपनी ने अपने निवेशकों के लिए 5 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड का ऐलान किया है। नतीजों के बाद कंपनी के सीईओ राजेश गोपीनाथन ने कहा कि महामारी का आय पर असर अनुमानों के मुताबिक ही रहा है। उनके मुताबिक कोरोना का कारोबार पर अधिकतम असर देखने को मिल चुका है और कंपनी आगे बढ़ सकती है। सीईओ के मुताबिक महामारी के बाद के समाज के लिए ग्राहक अब नई तकनीकों पर गौर कर रहे हैं, उन्हें उम्मीद है कि तकनीकी बदलावों की मांग से कंपनी के उत्पादों औऱ सेवाओं की मांग बढ़ने की उम्मीद है।
कंपनी को तिमाही के दौरान यूरोप और लैटिन अमेरिकी बाजारों को छोड़कर बाकी सभी बाजारों में तेज गिरावट देखने को मिली। सबसे ज्यादा नुकसान घरेलू कारोबार में हुआ जहां तिमाही के दौरान 27 फीसदी से ज्यादा कि गिरावट रही। कंपनी के मुताबिक फिलहाल सिर्फ 1 फीसदी कर्मचारी ही ऑफिस से काम कर रहे हैं, आने वाले समय में इनकी संख्या में बढ़त की पूरी उम्मीद है।