नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी IT कंपनी TCS (टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस) के बोर्ड ने शेयर बायबैक को मंजूरी दे दी है। बोर्ड ने 16000 करोड़ रुपए तक के बायबैक का फैसला किया। कंपनी 2850 रुपए के भाव से 5.6 करोड़ शेयर बायबैक करेगी। ये बायबैक कंपनी टेंडर ऑफर के जरिए करेगी। इस खबर के बाद टीसीएस के शेयर में जोरदार तेजी देखने को मिली। अंत में शेयर 4 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुआ।
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TCS के शेयर बायबैक की घोषणा से IT शेयरों में आई तेजी
- TCS की बोर्ड बैठक में सोमवार को 2850 रुपए के भाव पर 5.6 करोड़ शेयर बायबैक करने की मंजूरी देदी है। इस खबर के बाद IT सेक्टर की ज्यादातर बड़ी कंपनियों के शेयरों में जोरदार उछाल देखने को मिला है।
- TCS 25 रुपए की बढ़त के साथ 2502 के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं, इन्फोसिस 3 फीसदी, ऑरेक्ल फाइनेंस, HCL टेक और KPIT टेक 1-2 फीसदी तक बढ़कर बंद हुए है।
शेयर बायबैक क्या होता है, कंपनियां बायबैक क्यों करती हैं?
शेयर बायबैक
- शेयर बायबैक उस स्थिति को कहते हैं जब कंपनी अपनी पूंजी से अपने ही शेयर वापस ख़रीदती है
- बायबैक मतलब कंपनी मानती है कि बाज़ार में शेयर के भाव कम मिल रहे हैं
- शेयर बायबैक से कंपनी का इक्विटी कैपिटल कम हो जाता है
- बाजार से वापस ख़रीदे गए शेयर खारिज हो जाते हैं
- बायबैक किए गए शेयरों को दोबारा जारी नहीं किया जा सकता
- इक्विटी कैपिटल कम होने से कंपनी की शेयर आमदनी यानी EPS बढ़ जाती है
- बायबैक से शेयर को बेहतर P/E मिलता है
बायबैक: क्या रखें ध्यान
- शेयर बायबैक की अधिकतम कीमत
- बायबैक पर कंपनी कितना खर्च कर रही है
- बायबैक कितने समय में पूरा होगा
- बायबैक के समय कंपनी पर कितना रिज़र्व और सरप्लस