नई दिल्ली। देश में इस साल चीनी उत्पादन में हुई जोरदार बढ़ोतरी की वजह से इसके भाव पर दबाव बना हुआ है और आगे भी भाव महंगा होने की आशंका कम है। चीनी मिलों गे संगठन इंडियन सुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) ने कहा है कि इस साल अच्छा उत्पादन है और अगले साल भी उत्पादन अच्छा होने उम्मीद है जिससे भाव पर और दबाव आ सकता है, ऐसे में गन्ना किसानों का समय पर भुगतान करने के लिए करीब 15 लाख टन चीनी निर्यात की जरूरत है जिससे चीनी मिलों को पर्याप्त पैसा मिल सकेगा और वह किसानों का भुगतान कर सकेंगे।
ISMA के मुताबिक चालू चीनी वर्ष (अक्टूबर से सितंबर) 2017-18 के दौरान फरवरी अंत तक देश में 230.5 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जो चीनी वर्ष 2016-17 में फरवरी अंत तक हुए उत्पादन से 67.88 लाख टन ज्यादा है। ISMA के मुताबिक पिछले साल सूखे की वजह से उत्पादन कम हुआ था और इस साल सामान्य सीजन रहा है जिस वजह से उत्पादन पिछल साल के मुकाबले ज्यादा लग रहा है।
ISMA के मुताबिक महाराष्ट्र एक बार फिर से सबसे बड़ा चीनी उत्पादक राज्य बन गया है, राज्य में फरवरी अंत तक 84.24 लाख टन चीनी पैदा हुई है, चीनी उत्पादन को लेकर पिछले साल नंबर वन बने उत्तर प्रदेश में फरवरी अंत तक 73.95 लाख टन चीनी पैदा हुई है और यह फिर से दूसरे नंबर पर आ गया है।