नई दिल्ली। चीनी की कम कीमत की मार से घाटे की मार झेल रही उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों की अगले सीजन में पेराई नहीं करने की धमकी के बाद सोमवार को दिल्ली में चीनी की कीमतों में जोरदार उछाल आया है। थोक बाजार में चीनी कीमतों में 100 रुपये प्रति क्विन्टल की तेजी आई। चीनी मिल डिलीवरी एम-30 और एस-30 की कीमतें 100 - 100 रुपये की तेजी के साथ कारोबार के अंत में क्रमश: 3,050 - 3,220 रुपये और 3,040 - 3,210 रुपये प्रति क्विन्टल हो गई।
उत्तर प्रदेश चीनी मिल एसोसिएशन (UPSMA) ने राज्य सरकार को कहा है कि चीनी की कीमतों में आई गिरावट की वजह से एसोसिएशन को को अगले सीजन में चीनी का कोई भविष्य नहीं दिख रहा है और ऐसोसिएशन नए चीनी वर्ष 2018-19 में काम करने में सक्षम नहीं है। UPSMA ने यह भी कहा है कि संगठन 2018-19 के लिए गन्ने के फील्ड सर्वे में हिस्सा नहीं लेगा
महाराष्ट्र को पछाड़ उत्तर प्रदेश 2 साल से देश का सबसे बड़ा चीनी उत्पादक राज्य बना हुआ है, इस साल राज्य में चीनी का उत्पादन 36 प्रतिशत बढ़कर 119.12 लाख टन अनुमानित है, पिछले साल राज्य में 87.73 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। इस साल देश में भी चीनी उत्पादन रिकॉर्ड स्तर 320 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान है। ज्यादा उत्पादन की वजह से घरेलू स्तर पर चीनी की कीमतों में भारी गिरावट आई है जिस वजह से चीनी उद्योग को घाटे का सामना करना पड़ रहा है।