नई दिल्ली। कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन के दौरान बड़ी संख्या में खुदरा निवेशकों ने शेयर बाजारों का रुख किया। ब्रोकरेज कंपनियों के अनुसार लॉकडाउन में मोबाइल फोन के जरिये शेयर कारोबार में अच्छा-खासा इजाफा हुआ। उनका मानना है कि आगे मोबाइल के जरिये शेयरों की खरीद-फरोख्त और बढ़ेगी, क्योंकि स्मार्टफोन के जरिये ग्राहकों को कारोबार और निवेश से जुड़े घटनाक्रमों की तत्काल जानकारी मिल जाती है। फायर्स के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एवं सह-संस्थापक तेजस खोड़े ने कहा, ‘‘लॉकडाउन के दौरान शेयर कारोबार से जुड़ी गतिविधियों में काफी बदलाव आया। कारोबारी गतिविधियों का रुख डेस्कटॉप से मोबाइल उपकरणों की तरफ हो गया।’’ उन्होंने कहा कि ज्यादातर युवा निवेशकों के बीच मोबाइल के जरिये शेयरों का कारोबार बढ़ रहा है। ये पहली बार के निवेशक भी हैं।
शेयरखान बाय बीएनपी परिबा के सीईओ जयदीप अरोड़ा ने कहा कि शेयरों की खरीद-फरोख्त के लिए मोबाइल ऐप का इस्तेमाल बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि जनवरी-जुलाई ऑनलाइन कारोबारी गतिविधियों के ग्राहकों की संख्या में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 47 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। इस दौरान शेयरखान ऐप के जरिये ऑर्डरों में 91 प्रतिशत का उछाल आया।
अपस्टॉक्स के सह-संस्थापक एवं सीईओ रवि कुमार ने कहा कि आधुनिक प्रौद्योगिकी की वजह से आज मोबाइल ऐप का इस्तेमाल काफी आसान हो गया है। इस वजह से मोबाइल के जरिये शेयर कारोबार बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि स्मार्टफोन के जरिये बाजार का विश्लेषण करना, चार्ट देखना और ऑर्डर देना काफी आसान हो गया है। कुमार ने कहा कि अपस्टॉक्स के 85 प्रतिशत ग्राहक शेयर बाजार में रोजाना स्मार्टफोन के जरिये खरीद-फरोख्त करते हैं। उन्होंने बताया कि अगस्त, 2020 तक अपस्टॉक्स के 75 प्रतिशत ग्राहक जो 16 लाख से अधिक बैठते हैं, 18 से 35 साल की आयु के थे। इस आयुवर्ग के लोगों के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करना आसान होता है। कुमार ने कहा कि अप्रैल-अगस्त के दौरान अपस्टॉक्स मोबाइल ऐप के जरिये कुल ऑर्डरों में 83 प्रतिशत हिस्सा दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों नासिक, सूरत, नागपुर, कोल्हापुर, एर्नाकुलम, मलप्प़ुरम और जयपुर का था। 5पैसा.कॉम के सीईओ प्रकाश गगडानी ने कहा, ‘‘हम हमेशा से मोबाइल के जरिये कारोबार वाली कंपनी रहे हैं। हमारा 70 से 75 प्रतिशत कारोबार मोबाइल के जरिये होता है। पिछले कुछ माह के दौरान यह आंकड़ा 80 प्रतिशत से अधिक हो गया है।’’