नयी दिल्ली। शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह कंपनियों के तिमाही नतीजों और वैश्विक घटनाक्रमों से तय होगी। विश्लेषकों का कहना है कि आगामी आम बजट से पहले बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है। इसके अलावा निवेशकों की निगाह कोविड-19 से जुड़े घटनाक्रमों, विशेषरूप से देश में टीकाकरण अभियान पर रहेगी। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘तिमाही नतीजों तथा कमजोर वैश्विक रुख से आगे चलकर बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है। बजट से पहले उतार-चढ़ाव और बढ़ सकता है।’’
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि तिमाही नतीजों की वजह से बाजार में शेयर विशेष आधारित गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। इस सप्ताह बैंक ऑफ महाराष्ट्र, बजाज फाइनेंस, फेडरल बैंक, एशियन पेंट्स, बजाज ऑटो और रिलायंस इंडस्ट्रीज के तिमाही नतीजे आने हैं। इस बीच, देश के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े एचडीएफसी बैंक का दिसंबर तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 14.36 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 8,760 करोड़ रुपये रहा है। बैंक के तिमाही नतीजों की घोषणा शनिवार को हुई।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख के बीच इस सप्ताह घरेलू बाजारों की निगाह बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र पर रहेगी। सप्ताह के दौरान कई बड़े बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के तिमाही नतीजे आने हैं। आम बजट कैसा होगा, इसको लेकर भी आगे बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है।’’ कारोबारियों ने कहा कि देश में टीकाकरण शुरू होने के बाद शेयर मूल्यों में काफी बदलाव देखने को मिल सकता है।
चॉइस ब्रोकिंग के शोध विश्लेषक सतीश कुमार ने कहा, ‘‘निवेशकों की निगाह तिमाही नतीजों तथा देश में टीकाकरण अभियान पर रहेगी।’’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत की। कोविड-19 से बचाव का टीका शुरुआत में स्वास्थ्य और साफ-सफाई से जुड़े कर्मियों को लगाया जाएगा। देश में कोरोना वायरस महामारी से अबतक 1,52,093 लोगों की जान गई है। इसके अलावा ब्रेंट कच्चे तेल के रुख, रुपये के उतार-चढ़ाव और विदेशी संस्थागत निवेशकों के रुख से भी बाजार की दिशा तय होगी। बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 252.16 अंक या 0.51 प्रतिशत के लाभ में रहा। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 86.45 अंक या 0.60 प्रतिशत चढ़ गया।