मुंबई। शेयर बाजार में अगले सप्ताह उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहने की उम्मीद है। इस हफ्ते बाजार की चाल घरेलू और वैश्विक व्यापक आर्थिक आंकड़े, वैश्विक बाजारों के रुझान, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) के रुख, कंपनियों के नतीजे, डॉलर के मुकाबले रुपए की चाल और कच्चे तेल की कीमतें मिलकर तय करेंगे। अप्रैल से मई के वायदा और विकल्प (एफएंडओ) खंड में अनुबंध धारक इसी हफ्ते परिपक्वता के बाद अपना दायित्व निर्धारित करेंगे। अप्रैल के डेरिवेटिव्स अनुबंध गुरुवार को खत्म हो रहे हैं।
इस सप्ताह कई प्रमुख कंपनियों की चौथी तिमाही के आंकड़े जारी होनेवाले हैं, जिसमें इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस, रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) और अल्ट्राटेक के नतीजे सोमवार को आएंगे। एक्सिस बैंक और विप्रो के चौथी तिमाही के नतीजे मंगलवार को जारी किए जाएंगे। कोटक महिंद्रा बैंक और मारुति सुजुकी इंडिया के चौथी तिमाही के नतीजे गुरुवार को जारी होंगे। अंबुजा सीमेंट और आईडीएफसी के नतीजे शुक्रवार को जारी किए जाएंगे।
इस सप्ताह सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों पर भी नजर रहेगी, क्योंकि वे महीने के बीच में तेल की कीमतों की समीक्षा करेंगी। तेल कंपनियां महीने के बीच में और अंत में हर पखवाड़े कच्चे तेल की अंतर्राष्ट्रीय कीमतों के आधार पर तेल कीमतों की समीक्षा करती हैं। साथ ही जेट ईंधन की कीमतों की मासिक समीक्षा भी इस हफ्ते होगी, जिसके कारण विमानन कंपनियों के शेयरों पर नजर बनी रहेगी। जेट ईंधन की कीमतें सीधे तौर पर अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों से जुड़ी हैं। विमानों के परिचालन लागत में अकेले ईंधन का खर्च 50 फीसदी से अधिक होता है।
वैश्विक मोर्चे पर निवेशकों की नजर फ्रांस चुनाव पर है जो रविवार को होंगे। फ्रांस यूरोजोन की दूसरी सबसे बड़ी और दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। पिछले 15 सालों में पहली बार फ्रांस में पहली दक्षिणपंथियों की सरकार बनने की संभावना है। यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) अपनी मौद्रिक नीति की घोषणा गुरुवार को फ्रैंकफर्ट में करेगी।