मुंबई। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स गुरुवार को 330 अंक की लंबी छलांग के साथ नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। मई माह के डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटाने के दिन रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी और टीसीएस जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में बढ़त से बाजार में तेजी आई। इसके अलावा निवेशकों को नई सरकार से काफी उम्मीदें है। निवेशक अब मंत्रियों के विभागों का इंतजार कर रहे हैं।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स एक समय 400 अंक तक ऊपर जाने के बाद अंत में 329.92 अंक या 0.84 प्रतिशत की बढ़त के साथ 39,831.97 अकं के नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स ने 39,911.92 अंक का उच्चस्तर और 39,500.56 अंक का निचला स्तर भी छुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 84.80 अंक या 0.71 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,945.90 अंक के नए उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में एनटीपीसी 3.44 प्रतिशत लाभ में रहा।
भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस, टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, यस बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज में भी 2.33 प्रतिशत की बढ़त रही। वहीं दूसरी ओर सनफार्मा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, ओएनजीसी, इंडसइंडस बैंक और वेदांता के शेयर 2.39 प्रतिशत तक टूट गए। इस बीच, शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को 304.27 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। घरेलू संस्थागत निवेशक भी 189.58 करोड़ रुपए के बिकवाल रहे।
Top Gainers, Losers: कारोबार में एयरटेल, एनटीपीसी, टीसीएस, बजराज फाइनेंस, बजाज आटो, यस बैंक और एशियन पेंट्स में तेजी रही है. वहीं, सनफार्मा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, ओएनजीसी, इंडसइंड बैंक और वेदांता लिमिटेड में गिरावट रही है।
मनपसंद के शेयर में बिकवाली जारी, भाव रिकॉर्ड स्तर तक लुढ़का
मुंबई। वस्तु एवं सेवा कर से जुड़ी धोखाधड़ी के मामले में गुजरात की कंपनी मनसपसंद बेवरेजेज के प्रबंध निदेशक समेत शीर्ष अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर कंपनी के शेयर के भाव गुरुवार को रिकॉर्ड स्तर तक लुढ़क गया। मनपसंद के शेयर का मूल्य 24 मई से गिरकर आधा रह गया है। कंपनी के शेयर का भाव गुरुवार को 6.30 रुपए यानी 9.94 फीसदी लुढ़कर 57.10 रुपए प्रति शेयर पर आ गया। कंपनी द्वारा बीएसई फाइलिंग में दी गई जानकारी के अनुसार, केंद्रीय जीएसटी और सीमा शुल्क आयुक्त ने 23 मई को कंपनी के विभिन्न परिसरों की तलाशी ली और आगे 24 मई को भी यहां जीएसटी भवन में जांच जारी रही।
कंपनी के पूर्ण कालिक निदेशक अभिषेक सिंह मुख्य वित्तीय अधिकारी परेश ठक्कर और सिंह के भाई हर्षवर्धन सिंह न्यायिक हिरासत में हैं। कंपनी के निदेशक मंडल की 28 मई को बैठक होने वाली थी जिसमें कंपनी के वित्तीय नतीजों पर विचार किया जाता, लेकिन बैठक रद्द हो गई।