नयी दिल्ली। शेयर बाजार में पिछले सप्ताह देखी गई तेजी के निकट भविष्य में जारी रहने की उम्मीद है। विश्लेषकों का मानना है कि सरकार से अधिक राहत उपायों की उम्मीद और कुछ खास शेयरों में तेजी के चलते ऐसा हो सकता है। उन्होंने कहा कि निवेशकों की नजर प्रमुख आईटी कंपनियों के तिमाही नतीजों और व्यापक आर्थिक आंकड़ों पर रहेगी। बीते सप्ताह शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांकों में चार प्रतिशत से अधिक की तेजी देखने को मिली। इस दौरान 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 1,812.44 अंक या 4.68 प्रतिशत बढ़ा, जबकि निफ्टी में 497.25 अंक या 4.35 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली।
आरबीआई की मौद्रिक नीति और बैंकिंग क्षेत्र में नकदी को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों से शुक्रवार को लगातार सातवें दिन बाजार में तेजी रही, जो लगभग एक साल में सबसे लंबे समय तक चलने वाली तेजी थी। विश्लेषकों ने कहा कि शेयर बाजार अब कंपनियों के तिमाही नतीजों पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगे। इस सप्ताह विप्रो और इंफोसिस के नतीजे आएंगे। इसके साथ ही व्यापक आर्थिक आंकड़ों और वैश्विक रुझानों पर भी नजर रहेगी। उन्होंने कहा कि बाजार के आगे सकारात्मक रहने की उम्मीद है, लेकिन कुछ खास सेक्टर या शेयरों में तेजी रहेगी। निवेशक अब तिमाही आय के नतीजों पर नजर रखेंगे।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के प्रमुख (खुदरा शोध) सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘अमेरिका और भारत सरकार, दोनों के प्रोत्साहन पैकेजों से वृद्धि को बल मिलेगा। इस सप्ताह भारत के मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े आएंगे, जिस पर निगाह रहेगी।’’ विप्रो, इंफोसिस, माइंडट्री, फेडरल बैंक और एचसीएल टेक्नालॉजीज लिमिटेड इस सप्ताह अपनी कमाई की घोषणा करेंगी। यूटीआई एसेट मैनेजमेंट कंपनी और मझगांव डॉक के शेयर सोमवार को बाजार में सूचीबद्ध होंगे। चॉइस ब्रोकिंग के कार्यकारी निदेशक सुमित बागडिया ने कहा, ‘‘आगामी सत्रों में बाजार में उतार-चढ़ाव का अनुमान है। आईआईपी, सीपीआई के आंकड़े और तिमाही आय के नतीजे निवेशकों की भावनाओं को प्रभावित करेंगे।’’ बाजार रुपये की चाल और कोविड-19 के मामलों पर भी नजर रखेगा।