नई दिल्ली। विदेशी बाजारों से मिले नकारात्मक संकेतों की वजह से घरेलू शेयर बाजार में बढ़त का सिलसिला आज थम गया। यूरोप में कोरोनावायरस की नई लहर की आशंका और महामारी के लिए तैयार होने वाली वैक्सीन के लॉन्च होने और उसके असर को लेकर अनिश्चितता को देखते हुए विदेशी बाजारों में आज कमजोरी का रुख था, जिसे देखते हुए घरेलू बाजारों में निवेशकों ने आज बाजार से अपना मुनाफा निकालना बेहतर समझा। घरेलू बाजारों में पिछले 8 दिनों से बढ़त देखने को मिल रही थी, और बाजार नए रिकॉर्ड ऊंचाई तक पहुंच गया। आज के कारोबार में सेंसेक्स 236 अंक की गिरावट के साथ 43357 के स्तर पर और निफ्टी 58 अंक की गिरावट के साथ 12691 के स्तर पर बंद हुआ है। आज सबसे ज्यादा गिरावट बैंकिंग सेक्टर में देखने को मिली है।
कैसे रहे विदेशी बाजारों के संकेत
विदेशी बाजारों में आज मिले-जुले संकेत देखने को मिले हैं। घरेलू बाजारों के बंद होते वक्त यूके और जर्मनी के बाजारों में आधा फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज हुई थी। वहीं फ्रांस के बाजार करीब आधा फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। वहीं जापान का निक्केई आज 0.68 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ है। दूसरी तरफ चीन का शंघाई कंपोजिट 0.11 फीसदी और हॉन्गकॉन्ग का हेंगसेंग 0.22 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ।
कैसे रहे घरेलू बाजार के हाल
घरेलू बाजार में आज सुबह से ही दबाव देखने को मिला। हालांकि दोपहर बाद सरकार के द्वारा किए गए राहत ऐलानों के बाद बाजार के सेंटीमेंट्स कुछ सुधरे और बाजार ने नुकसान कुछ कम किया। हालांकि ऐलान बाजार को हरे निशान में लाने के लिए पर्याप्त नहीं रहे। आज के कारोबार में सबसे ज्यादा नुकसान बैंकिग सेक्टर को हुआ। सेक्टर इंडेक्स आज करीब 2 फीसदी कमजोरी के साथ बंद हुआ। वहीं सरकारी बैंकों के इंडेक्स में नुकसान 2 फीसदी से ज्यादा का रहा। फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर 1 फीसदी टूटा। दूसरी तरफ एफएमसीजी सेक्टर में 1.28 फीसदी, रियल्टी सेक्टर 0.74 फीसदी, ऑटो सेक्टर 0.35 फीसदी और फार्मा सेक्टर 0.28 फीसदी बढ़कर बंद हुआ है।