नई दिल्ली। विदेशी बाजार से मिले नकारात्मक संकेतों की वजह से घरेलू शेयर बाजार में आज लगातार दूसरे दिन गिरावट देखने को मिली है। गुरुवार के कारोबार में सेंसेक्स 335 अंक की गिरावट के साथ 37,736 के स्तर पर और निफ्टी 101 अंक की गिरावट के साथ 11,102 के स्तर पर बंद हुआ है। बाजार में आज की गिरावट के लिए विदेशी संकेतों के साथ देश में कोरोना के मरीजों की संख्या में तेज बढ़त और कंपनियों के कमजोर नतीजे मुख्य वजह रहे हैं।
देश में कोरोना वायरस के मामले पहली बार 50 हजार का स्तर पार कर गए हैं। वहीं एचडीएफसी में नतीजों के बाद गिरावट देखने को मिली है। कमजोर घरेलू संकेतों के साथ विदेशी संकेतों के भी नकारात्मक रहने से कारोबार के दौरान निवेशक बाजार से दूर रहे। आज के कारोबार में सबसे ज्यादा गिरावट बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर में देखने को मिली। दूसरी तरफ फार्मा सेक्टर इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा की बढ़त के साथ बंद हुआ। निफ्टी में शामिल 37 स्टॉक गिरावट के साथ बंद हुए हैं। इसमें से भी 30 स्टॉक ऐसे रहे जिनमें गिरावट निफ्टी की गिरावट (-0.9%) से भी ज्यादा रही।
आज के कारोबार में यूरोपियन मार्केट में शुरुआती कारोबार के दौरान तेज गिरावट देखने को मिल रही है। आर्थिक आंकड़ों, कोरोना संकट और बैंक और ऑटो सेक्टर के कमजोर नतीजों की वजह से यूरोपियन मार्केट में दबाव बना हुआ है। घरेलू शेयर बाजार के बंद होने तक जर्मनी के बाजारों में 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज हो चुकी थी। इस दौरान जर्मनी का DAX 2.33 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था। वहीं फ्रांस का CAC 40 में 1 फीसदी से ज्यादा और यूके के FTSE 100 में 1.5 फीसदी की गिरावट देखने को मिल चुकी थी। बाजारों में गिरावट अर्थव्यवस्था से जुड़े आंकड़ों के साथ कोरोना संकट के बढ़ने की संभावना के बाद देखने को मिली। जर्मनी की अर्थव्यवस्था में दूसरी तिमाही के दौरान 10 फीसदी से ज्यादा गिरावट दर्ज हुई है। वहीं इंग्लैड की सरकार को डर है कि यूरोप में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो सकती है जिसके बाद सरकार ने संकेत दिए हैं किए ऐसी किसी स्थिति पर कारोबारी गतिविधियों पर नए प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। इसके साथ ही ब्रिटेन के Lloyds Banking Group, जर्मनी के Volkswagen, फ्रांस की Renault के कमजोर नतीजों से भी स्टॉक्स में गिरावट दर्ज हुई।
दूसरी तरफ एशियाई बाजारों में भी गिरावट रही। आज के कारोबार में हॉन्गकॉन्ग का हेंगसेंग 0.69 फीसदी, जापान का निक्केई 0.26 फीसदी और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.23 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। एशियाई बाजारों में गिरावट आर्थिक सुस्ती के संकेत और एशिया के कई हिस्सों में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों की वजह से देखने को मिली। यूरोपियन और एशियाई बाजारों में गिरावट से घरेलू बाजारों पर दबाव बना।