नई दिल्ली। शेयर बाजार में सुस्ती का सिलसिला लगातार जारी है, हालांकि पिछले दो दिनों के बाद आज बाजार हरे निशान में बंद होने में कामयाब रहे। गुरुवार के कारोबार में सेंसेक्स 55 अंक की बढ़त के साथ 58305 के स्तर पर और निफ्टी 16 अंक की बढ़त के साथ 17369 के स्तर पर बंद हुआ है। दिन के कारोबार के दौरान मेटल सेक्टर और एफएमसीजी सेक्टर में बढ़त देखने को मिली. वहीं रियल्टी और बैंकिंग सेक्टर में गिरावट का रुख रहा।
कैसा रहा आज का कारोबार
शेयर बाजार में आज सीमित दायरे में कारोबार देखने को मिला। सेंसेक्स का आज का उच्चतम स्तर 58,334.59 और दिन का निचला स्तर 58,084.99 रहा है। यानि दिन के कारोबार के दौरान सेंसेक्स करीब 250 अंक के दायरे में रहा। पिछले 3 दिनों में बाजार सुस्त चाल से चल रहा है। सोमवार को बाजार 58297 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं गुरुवार को सेंसेक्स 58305 के स्तर पर है, यानि बीते तीन दिन में सेंसेक्स सिर्फ 8 अंक ही ऊपर चढ़ा है। कारोबार में छोटे शेयरों का प्रदर्शन बेहतर रहा है। निफ्टी स्मॉलकैप 50 और निफ्टी स्मॉलकैप 250 में आधा प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त देखने को मिली है। इसके मुकाबले निफ्टी की आज की प्रतिशत में बढ़त 0.09 प्रतिशत रही। कारोबार के दौरान सबसे ज्यादा तेजी मीडिया स्टॉक्स में दर्ज हुई, इंडेक्स 2.97 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ। वहीं मेटल और एफएमसीजी में करीब 0.8 प्रतिशत की बढ़त रही है। एनर्जी सेक्टर इंडेक्स भी आज आधा प्रतिशत से ज्यादा प्रॉफिट में रहा। दूसरी तरफ आज बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विस, फार्मा, हेल्थकेयर सेक्टर नुकसान में बंद हुए हैं। सेंसेक्स की कंपनियों में भारती एयरटेल का शेयर सबसे अधिक तीन प्रतिशत चढ़ गया। नेस्ले इंडिया, टाटा स्टील, बजाज फिनसर्व, एचसीएल टेक तथा आईटीसी के शेयर भी लाभ में रहे। वहीं दूसरी ओर टाइटन, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज ऑटो, एचडीएफसी बैंक तथा एक्सिस बैंक के शेयरों में गिरावट आई।
क्यों आई बाजार में सुस्ती
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘‘पिछले कुछ दिन से वैश्विक बाजार जोखिम नहीं उठा रहे हैं। इससे भारतीय बाजारों की भी धारणा प्रभावित हुई।’’ कई विशेषज्ञों का मानना है कि बड़ी कंपनियों यानी लार्ज कैप शेयरों में कुछ ‘करेक्शन’ आ सकता है। इन शेयरों ने इस साल बाजार की तेजी में मुख्य योगदान दिया है। अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे। वहीं चीन के शंघाई कम्पोजिट में लाभ रहा। दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार नुकसान में थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.29 प्रतिशत की बढ़त के साथ 72.81 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।