नई दिल्ली। विदेशी बाजारों से मिले नकारात्मक संकेतों की वजह से आज घरेलू बाजारों में तेज बिकवाली देखने को मिली है। एक्सपायरी के दिन सेंसेक्स 1158.63 अंक की गिरावट के साथ 59,984.70 के स्तर पर बंद हुआ है। सेंसेक्स 7 अक्टूबर के बाद से लगातार 60 हजार के स्तर से ऊपर ही बंद हो रहा था। वहीं निफ्टी 354 अंक की गिरावट के साथ 17857 के स्तर पर बंद हुआ। शेयर बाजार में आज चौतरफा गिरावट देखने को मिली है। हालांकि बिकवाली का सबसे ज्यादा असर सरकारी बैंकों में देखने को मिला है। मेटल और रियल्टी स्टॉक्स में भी जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है । ।
क्यों आई बाजार में गिरावट
विदेशी बाजारों में आज गिरावट देखने को मिली है। जिसका असर भारतीय बाजारों में पड़ा है। वहीं मेटल कीमतों में आई तेज नरमी के बाद मेटल कंपनियों में तेज बिकवाली देखने को मिली है। फिलहाल निवेशक विदेशी संकेतों का इंतजार कर रहे हैं, जिसमें यूरोपियन सेंट्रल बैंक की बैठक, अमेरिकी अर्थव्यवस्था से जुड़ी रिपोर्ट, और अमेरिका में बेरोजगारी से जुड़े आंकड़े शामिल हैं। निवेशकों के सतर्क रुख की वजह से आज स्टॉक स्पेस्फिक खरीद देखने को मिली। हालांकि दूसरी तरफ निवेशकों ने किसी नकारात्मक संकेत की आशंका के बीच ऊंचे स्तरों पर पहुंचे बाजार में मुनाफावसूली की। फिलहाल निवेशकों के लिये सबसे बड़ी आशंका वैश्विक महंगाई दर है। अगर सरकारें इसे नियंत्रित नहीं रख सकीं, तो केन्द्रीय बैंकों को नीतियों में सख्ती की जल्द शुरुआत करनी पड़ सकती है, जिससे सिस्टम में निवेश प्रवाह पर असर पड़ेगा। इसी को देखते हुए निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं। इसके साथ ही एक के बाद एक बड़े आईपीओ के बाजार में उतरने से भी आशंका है सिस्टम में नकदी का प्रवाह घट सकता है। दरअसल बाजार में करीब 24 हजार करोड़ रुपये के आईपीओ कतार में हैं, और इस वजह से निवेशकों की एक बड़ी रकम लिस्टिंग तक सेकेंडरी मार्केट से बाहर रह सकती है। जिसका नई खरीद पर असर पड़ने की आशंका है।
कैसा रहा बाजार का प्रदर्शन
रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, ‘‘उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में प्रमुख वित्तीय और आईटी कंपनियों में तीव्र गिरावट के साथ घरेलू शेयर बाजार में भारी बिकवाली हुई। इस गिरावट से निवेशकों को 4.5 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी है।’’ उन्होंने कहा कि सभी प्रमुख सेक्टर इंडेक्स में तीव्र गिरावट आयी। निफ्टी पीएसयू बैंक (सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक) में 4 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आयी। कमजोर वैश्विक रुख के बीच वायदा एवं विकल्प खंड में सौदों के निपटान के अंतिम दिन खासकर वित्तीय शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आया। हाल में वित्तीय शेयरों में तेजी की वजह से बाजार में मजबूती आयी थी। एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक, हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान के निक्की में गिरावट रही। यूरोप के प्रमुख शेयर बाजारों में भी दोपहर कारोबार में गिरावट का रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.11 प्रतिशत फिसलकर 82.94 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।