मुंबई। वैश्विक आर्थिक नरमी गहराने की आशंकाओं के बीच एशियाई बाजारों के नरम संकेतों से गुरुवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 37 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे आ गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 127.32 अंक यानी 0.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 36,933.05 अंक पर चल रहा था। निफ्टी भी 44.80 अंक यानी 0.17 प्रतिशत गिरकर 10,873.90 अंक पर चल रहा था।
सेंसेक्स की कंपनियों में वेदांता, येस बैंक, बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, ओएनजीसी, टाटा स्टील, सन फार्मा, एचडीएफसी बैंक और भारतीय स्टेट बैंक तीन प्रतिशत तक की गिरावट में रहे। आईटीसी, एलएंडटी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, कोटक महिंद्रा बैंक, टीसीएस और टेक महिंद्रा के शेयर 1.37 प्रतिशत तक की तेजी में रहे। शुरुआती आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 770.81 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। हालांकि घरेलू संस्थागत निवेशक 353.97 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार रहे। कारोबार के दौरान एशियाई बाजार भी गिरावट में चल रहे थे।
बता दें कि बुधवार को बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 0.72 प्रतिशत के नुकसान से 37,060.37 अंक पर बंद हुआ था। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 98.30 अंक या 0.89 प्रतिशत के नुकसान से 10,918.70 अंक पर बंद हुआ था।
शुरुआती कारोबार में रुपया 17 पैसे लुढ़का
घरेलू शेयर बाजारों की सतर्क शुरुआत तथा विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की जारी निकासी के कारण गुरुवार को शुरुआती कारोबार में रुपया 17 पैसे गिरकर 71.71 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया। बुधवार को रुपया 71.55 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। कारोबारियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों की सतर्क शुरुआत तथा एफपीआई की निकासी का रुपये पर दबाव रहा।
हालांकि अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की नरमी तथा कच्चा तेल का भाव कम होने से रुपये को समर्थन मिला। कच्च तेल का ब्रेट क्रूड वायदा 0.17 प्रतिशत गिरकर 60.20 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था। प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने बुधवार को घरेलू बाजार से 770.81 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की।