नई दिल्ली। रिजर्व बैंक के चालू वित्त वर्ष के लिये देश की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाने की घोषणा के बीच शुक्रवार को शेयर बाजारों में बिकवाली का दबाव तेज होने से सेंसेक्स 434 अंक लुढ़क गया। रिजर्व बैंक ने कर्ज सस्ता कर वृद्ध दर प्रोत्साहित करने के उद्येश्य से लगातार पांचवीं बार अपनी नीतिगत ब्याज दर रेपो दर में कटौती की।लेकिन उसने चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी वृद्धि का अनुमान भी घटाकर 6.10 प्रतिशत कर दिया। रेपो दर वह दर है जिस पर केंद्रीय बैंक बैंकों को एक दिन के लिए नकदी उपलब्ध कराता है। यह दर 5.15 प्रतिशत हो गई है।
सेंसेक्स ने करीब 300 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत की लेकिन रिजर्व बैंक की नीतिगत घोषणा से उसने तेजी खो दी। कारोबार के दौरान 770 अंकों के उतार-चढ़ाव के बाद सेंसेक्स अंतत: 433.56 अंक यानी 1.14 प्रतिशत गिरकर 37,673.31 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 37,633.36- 38,403.54 अंक के बीच रहा। एनएसई का निफ्टी भी 139.25 अंक यानी 1.23 प्रतिशत गिरकर 11,174.75 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में कोटक बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, टाटा मोटर्स, एलएंडटी, भारतीय स्टेट बैंक, टाटा स्टील और एक्सिस बैंक में 3.46 प्रतिशत की गिरावट रही। इससे इतर टीसीएस, इंफोसिस, ओएनजीसी, टेक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक और एनटीपीसी में 1.03 प्रतिशत तक की तेजी रही।
ब्याज दर के लिए संवेदनशील क्षेत्रों बैंकिंग, वित्त, वाहन और रियल्टी कंपनियों के शेयरों में 2.45 प्रतिशत तक की गिरावट रही। शेयरखान बाय बीपी परिबास के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (पूंजी बाजार रणनीति एवं निवेश) गौरव दुआ ने कहा कि दर में कटौती के कारण शेयर बाजार ने विशेषकर बैंकों ने नकारात्मक प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा कटौती का लाभ त्वरित तौर पर उपभोक्ताओं को देने पर जोर देने से बैंकों का मुनाफा प्रभावित होगा।
एशियाई बाजारों में हांग कांग का हैंग सेंग और दक्षिण कोरिया का कोस्पी गिरावट में रहा। जापान का निक्की में बढ़त में रहा। चीन में राष्ट्रीय अवकाश के कारण बाजार बंद रहा। कारोबार के दौरान यूरोपीय बाजार गिरावट में चल रहे थे। इस बीच रुपया नौ पैसे की गिरावट के साथ 70.97 रुपये प्रति डॉलर पर चल रहा था। ब्रेंट क्रूड का वायदा 0.78 प्रतिशत की तेजी के साथ 58.16 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था।