मुंबई। देश के शेयर बाजारों में दिवाली के बाद मंगलवार को कारोबार की शुरुआत धमाकेदार रही। निवेशकों की जोरदार लिवाली से बंबई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक 582 अंक उछलकर चार माह के उच्च स्तर पर पहुंच गया। निवेशकों के बीच सरकार की ओर से नये आर्थिक प्रोत्साहन उपायों और आयकर दर में कटौती किये जाने की उम्मीद जगी है। बाजार सूत्रों ने यह जानकारी दी।
दिवाली के दिन शाम को एक घंटे के मुहूर्त कारोबार में अच्छी शुरुआत के बाद संवत वर्ष 2076 में मंगलवार पहला पूर्ण कार्य दिवस रहा। इस दौरान देश दुनिया से सकारात्मक घटनाक्रमों के संकेत मिलने से निवेशकों की खरीदारी जोश में रही जिससे बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का संवेदी सूचकांक कारोबार की समाप्ति पर 581.64 अंक यानी 1.48 प्रतिशत बढ़कर 39,831.84 अंक पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 39,917.01 अंक और नीचे में 39,254.12 अंक तक गया। व्यापक आधार वाला नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी सूचकांक भी 159.70 अंक यानी 1.37 प्रतिशत की छलांग लगाकर 11,786.85 अंक पर पहुंच गया।
कारोबारी सूत्रों के मुताबिक कंपनियों के दूसरी तिमाही परिणाम उत्साहवर्धक आने और अमेरिका-चीन के बीच व्यापार समझौता होने को लेकर उम्मीद बढ़ने से निवेशकों की चौतरफा लिवाली का जोर रहा। बीएसई सेंसेक्स में शामिल शेयरों में टाटा मोटर्स में मंगलवार को 17 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया। सितंबर तिमाही के परिणाम में कंपनी का घाटा कम हुआ है। इसके साथ ही टाटा संस का कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाते हुये 6,500 करोड़ रुपए के तरजीही शेयर खरीदने का प्रस्ताव है।
बढ़त दर्ज करने वाले अन्य शेयरों में टाटा स्टील, येस बैंक, एक्सिस बैंक, मारुति सुजूकी, टेक महिन्द्रा और टीसीएस का शेयर मूल्य 7.09 प्रतिशत तक बढ़ गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में भी 2.30 प्रतिशत तक की बढ़त दर्ज की गई।
नुकसान वाले शेयरों में भारती एयरटेल, कोटक बैंक, पावरग्रिड और स्टेट बैंक के शेयर 3.41 प्रतिशत तक नीचे आ गये। यदि क्षेत्रवार समूह सूचकांक की बात की जाये तो आटोमोबाइल और धातु क्षेत्र के सूचकांक 4.25 प्रतिशत तक बढ़े हैं। इसके बाद ऊर्जा, उद्योग और आईटी क्षेत्र के समूह सूचकांक 2.32 प्रतिशत तक चढ़ गये। इसके विपरीत बीएसई का दूरसंचार समूह सूचकांक ही एक मात्र क्षेत्रीय सूचकांक रहा जिसमें 4.39 प्रतिशत की गिरावट रही।
आसिका स्टॉक ब्रोकिंग के इक्विटी शोध अध्यक्ष पारस बोथरा ने कहा, 'सरकार की ओर से नये आर्थिक प्रोत्साहन दिये जाने और आयकर दरों में कटौती की उम्मीद को देखते हुये बाजार नई ऊंचाइयों की तरफ बढ़ रहे हैं। इसके अलावा बड़े पूंजी आधार वाली कंपनियों के दूसरी तिमाही परिणाम अब तक उम्मीद से बेहतर रहे हैं। किसी कंपनी में कोई चौंकाने वाला नकारात्मक परिणाम नहीं आया है।' त्योहारी मौसम में उपभोक्ता खर्च बढ़ने के शुरुआती संकेत मिलने और अनुकूल वैश्विक संकेतों के साथ ही सरकार की ओर से अर्थव्यवस्था को उठाने के लिये प्रोत्साहनों पर सरकार का ध्यान रहने से सूचकांक चार माह के उच्चस्तर पर पहुंच गये।