मुंबई। शेयर बाजार में दो दिन से जारी तेजी के सिलसिले पर सोमवार को ब्रेक लगा और सेंसेक्स 232 अंकों की गिरावट के साथ 26,515 पर बंद हुआ। मिलेजुले एशियाई रुख के बीच औद्योगिक उत्पादन के कमजोर आंकड़ों तथा क्रूड ऑयल के ऊंचे दाम की वजह से नेशनल स्टाक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी टूटकर 8,200 अंक के स्तर से नीचे आ गया। अब निवेशकों को मंगलवार को जारी होने वाले खुदरा मुद्रास्फीति तथा बुधवार को आने वाले थोक मुद्रास्फीति के आंकड़ों का इंतजार है।
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ट्रंप के बोल से IT शेयरों में गिरावट
- अमेरिका में प्रोफेशनल कर्मचारियों के लिए वीजा नियमों पर निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बोल से आज स्थानीय बाजार में IT कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई।
- भारतीय साफ्टवेयर एवं IT सेवा कंपनियां अपने निर्यात के लिए अमेरिकी बाजार पर बहुत अधिक निर्भर करती हैं।
- शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर में औद्योगिक उत्पादन (IIP) में 1.9 प्रतिशत की गिरावट रही।
- IT कंपनियों में इन्फोसिस का शेयर एक प्रतिशत टूटा।
- विप्रो में 0.72 प्रतिशत की गिरावट आई। हालांकि, TCS का शेयर 0.58 प्रतिशत लाभ में रहा।
- फ्यूल कंपनियों HPCL, BPCL तथा IOC के शेयरों पर बिकवाली का दबाव रहा और ये 4.25 प्रतिशत तक टूट गए।
सेंसेक्स के इन कंपनियों को ज्यादा हुआ नुकसान
- सेंसेक्स की कंपनियों में सबसे अधिक नुकसान में एशियन पेंट्स का शेयर रहा। यह 3.33 प्रतिशत टूट गया।
- एक्सिस बैंक में 2.56 प्रतिशत की गिरावट आई।
- अन्य कंपनियों में बजाज ऑटो 2.52 प्रतिशत, हीरो मोटोकार्प 2.29 प्रतिशत, टाटा मोटर्स 2.05 प्रतिशत, एमएंडएम 1.77 प्रतिशत तथा मारुति सुजुकी 1.54 प्रतिशत नीचे आए।
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सेक्टर में सबसे अधिक ऑटो में आई गिरावट
- विभिन्न सेक्टरों के सूचकांकों में ऑटो 1.73 प्रतिशत नीचे आया।
- बैंकिंग में 1.67 प्रतिशत, FMCG में 1.20 प्रतिशत तथा ऑयल एवं गैस में 1.14 प्रतिशत का नुकसान देखा गया।
- मिडकैप 1.11 प्रतिशत तथा स्मॉलकैप 0.73 प्रतिशत टूट गया।
- इस बीच, अस्थायी आंकड़ों के अनुसार फॉरेन इन्वेस्टर्स ने गत शुक्रवार को शुद्ध रूप से 200.52 करोड़ रपये के शेयर खरीदे।
जियोजित बीएनपी परिबा फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसंधान प्रमुख विनोद नायर ने कहा
कच्चे तेल की कीमतों में उछाल तथा भारत में इसके मुद्रास्फीति पर पड़ने वाले असर की वजह से बाजार में गिरावट आई।