मुंबई। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की जारी लिवाली के बीच चुनिंदा बड़ी कंपनियों के शेयरों में तेजी आने से बुधवार को सेंसेक्स लगातार आठवें दिन मजबूती में बंद हुआ। हालांकि, एशियाई बाजारों में गिरावट के कारण घरेलू शेयर बाजारों की तेजी पर लगाम रही। निवेशकों की मुनाफावसूली से एशियाई बाजार छह माह के उच्चतम स्तर से लुढ़क गए।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स मजबूती में 38,433.86 अंक पर खुला और विदेशी निवेशकों एवं खुदरा निवेशकों की लिवाली से 38,489.81 अंक के सत्र के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, मार्च डेरिवेटिव सौदों की अवधि समाप्त होने से पहले कुछ बड़ी कंपनियों के शेयरों में नरमी तथा मुनाफावसूली के कारण सेंसेक्स 38,316.21 अंक तक गिर गया। इसके बाद फिर से तेजी लौटी और अंतत: सेंसेक्स 23.28 अंक यानी 0.06 प्रतिशत की मजबूती के साथ 38,386.75 अंक पर बंद हुआ। पिछले सात कारोबारी सत्र में सेंसेक्स करीब 1,500 अंक मजबूत हो चुका है।
हालांकि, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 11.35 अंक यानी 0.10 प्रतिशत नरम होकर 11,521.05 अंक पर बंद हुआ। गुरुवार को बाजार होली के उपलक्ष्य में बंद रहेगा। घरेलू मुद्रा के 69 रुपए प्रति डॉलर के स्तर से भी नीचे आ जाने के कारण सॉफ्टवेयर निर्यातक कंपनियों के शेयरों में उथल-पुथल रही। इंफोसिस, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक और एलएंडटी के शेयरों में तेजी कर दी गई।
प्राथमिक आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को एफपीआई ने 2,132.36 करोड़ रुपए की शुद्ध लिवाली की। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशक 1,253.67 करोड़ रुपए के शुद्ध बिकवाल रहे।