मुंबई। विदेशी निवेशकों की ताजा खरीद और रुपए में सुधार के बीच ऊर्जा, बुनियादी संरचना और बैंकिंग कंपनियों में जोरदार लिवाली से मंगलवार को सेंसेक्स 332 अंक चढ़कर बंद हुआ। इनके अलावा कच्चा तेल की वैश्विक कीमतों के नरम पड़ने और इसके 70 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आ जाने से भी बाजार की धारणा को बल मिला।
रुपया मंगलवार को मजबूत वापसी करने में सफल रहा और कारोबार के दौरान 37 पैसे की बढ़त लेकर 72.52 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया। वैश्विक बाजारों में ब्रेंट क्रूड 0.98 प्रतिशत गिरकर 69.43 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स बढ़त में 34,846.90 अंक पर खुला और थोड़ी ही देर में वैश्विक बिकवाली के दबाव में 34,672.20 अंक पर आ गया।
हालांकि, कारोबार के दौरान दोपहर में खरीदारी निकलने से सेंसेक्स 35,185.17 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। कारोबार की समाप्ति पर यह अंतत: 331.50 अंक यानी 0.95 प्रतिशत बढ़कर 35,144.49 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले पिछले दो सत्रों में यह 425 अंक गिरा था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 10,451.90 अंक और 10,595.75 अंक के बीच उतार-चढ़ाव के बाद अंतत: 100.30 अंक यानी 0.96 प्रतिशत बढ़कर 10,582.50 अंक पर बंद हुआ। अक्टूबर महीने में मुद्रास्फीति के नरम पड़ने से भी घरेलू बाजार को समर्थन मिला। अक्टूबर महीने में खुदरा मुद्रास्फीति एक साल के निचले स्तर 3.31 प्रतिशत पर आ गई।
प्राथमिक आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 832.15 करोड़ रुपए के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशक इस दौरान 1,073.84 करोड़ रुपए के शेयरों के शुद्ध बिकवाल रहे।