मुंबई। विदेशी एवं घरेलू संस्थागत निवेशकों की भारी लिवाली के बीच सूचना प्रौद्योगिकी और वित्तीय कंपनियों के शेयरों की अगुवाई में बीएसई सेंसेक्स 342 अंक उछलकर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी फिर से 10,800 के स्तर को पार कर गया।
तीस शेयरों वाला सूचकांक 341.90 अंक या 0.95 प्रतिशत की बढ़त के साथ 36,213.38 अंक पर बंद हुआ। शुक्रवार को सेंसेक्स 27 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ था। वहीं एनएसई निफ्टी 88.45 अंक या 0.82 प्रतिशत की तेजी के साथ 10,880.10 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 10,887.10 से 10,788.05 के दायरे में रहा।
कारोबारियों के अनुसार फरवरी माह में गुरुवार को डेरिवेटिव्स खंड में सौदों की समाप्ति से पहले सटोरियों के सौदा पूरा करने के लिये की गयी लिवाली से भी बाजार में तेजी आई। इसके अलावा एशिया के अन्य बाजारों में पांच माह के उच्च स्तर पर पहुंचने तथा यूरोपीय शेयर बाजारों में शुरुआती कारोबार में अच्छी तेजी से भी बाजार को बल मिला।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीनी उत्पादों पर शुल्क लगाने की समयसीमा एक मार्च से आगे बढ़ाए जाने की घोषणा का वैश्विक बाजार पर सकारात्मक असर रहा। दोनों देशों के बीच बातचीत में उल्लेखनीय प्रगति से भी निवेशकों की धारणा को बल मिला। साथ ही जीएसटी परिषद की रविवार को बैठक में बिना इनपुट टैक्स क्रेडिट के निर्माणधीन मकानों पर कर की दर 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत करने से भी धारणा को बल मिला।
सेंसेक्स के जिन शेयरों में तेजी रही, उसमें यस बैंक, टीसीएस, इन्फोसिस, इंडस इंड बैंक, एचसीएल टेक, भारती एयरटेल, एचडीएफसी, सन फार्मा, बजाज ऑटो, आईसीआईसीआई बैंक, वेदांता, हीरो मोटो कॉर्प, आईटीसी, बजाज फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा तथा टाटा स्टील शामिल हैं। इनमें 3.24 प्रतिशत तक की तेजी आई।
दूसरी तरफ कोल इंडिया, एसबीआई, कोटक बैंक, एशियन पेंट्स, एल एंड टी, ओएनजीसी, पावरग्रिड तथा आरआईएल में 0.37 प्रतिशत तक की गिरावट रही। इस बीच, अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शुक्रवार को 6,311.01 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 838.88 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर खरीदे।