नई दिल्ली। सोमवार को शेयर बाजारों में बड़ी गिरावट देखी गई। कारोबार के अंत में बंबई स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक सेसेंक्स 491.28 अंक टूटकर 38,960.79 अंक पर बंद हुआ है। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 148.40 अंक गिरकर 11,674.90 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स पर 300 से ज्यादा शेयर अपने 52 हफ्तों के निम्न स्तर पर आ गए हैं। सबसे ज्यादा नुकसान मेटल शेयरों में हुआ है। इसके अलावा एनर्जी, बैंक, ऑटो, फार्मा, इंफ्रा और FMCG शेयरों में गिरावट आई है।
टाटा स्टील, JSW स्टील, वेदांता, एक्सिस बैंक, भारती एयरटेल और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 1 से 5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। यस बैंक, भारती इंफ्राटेल, इंफोसिस, कोल इंडिया और विप्रो में 1.22 प्रतिशत की बढ़ोतरी आई। बीएसई मेटल, बीएसई एनर्जी और निफ्टी मीडिया में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली।
वो 3 कारण, जिनकी वजह से बाजार टूटा
व्यापार युद्ध की आशंका : अमेरिका ने पिछले साल भारत के स्टील और एल्युमिनियम पर आयात शुल्क बढ़ा दिया था। जिसकी एवज में भारत सरकार ने अमेरिका के 28 उत्पादों पर आयात शुल्क लगा दिया है। जिससे व्यापार युद्ध की आशंका बढ़ गई है। इससे अमेरिकी वस्तुएं भारत में महंगी हो जाएंगी। आयात शुल्क बढ़ाने से भीरत को 21.7 करोड डॉलर की अतिरिक्त आमदनी होगी। इससे दोनों देशों के बीच राजनीतिक और सुरक्षा संबंधों पर असर पड़ सकता है।
एफओएमसी बैठक : दुनिया भर के निवेशक इस हफ्ते होने वाली एफओएमसी बैठक को लेकर सतर्क हैं। पॉलिसी को लेकर दो दिनों की यह बैठक 18-19 जून को होगी।
FII निवेश में मंदी : 3 जून को 3,000 करोड़ रुपए से अधिक रकम डालने के बाद जब निफ्टी ने हाई रिकॉर्ड बनाया, इसके बाद मोमेटंम धीमा हो गया। एफआईआई ने कैश मार्केट में जून में फिर से नेट सेलर्स की और रूख किया। FFI 2019 में 50,000 करोड़ रुपए से अधिक के लिए इंडियन मार्केट में खरीदार रहे हैं। मार्केट में एफएफई से तरलता में मंदी बनी रहेगी।