मुंबई। राजकोषीय घाटे के बढ़ने से उतपन्न चिंताओं के कारण बुधवार को बिकवाली बढ़ने से बेंचमार्क सेंसेक्स 453 अंक टूटकर 33,149.35 अंक पर बंद हुआ। एक साल में एक सत्र में आने वाली यह सबसे बड़ी गिरावट है। अधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि देश का राजकोषीय घाटा अक्टूबर अंत में 2017-18 के बजट अनुमान का 96.1 प्रतिशत हो गया है।
निवेशकों ने दूसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़ों के इंतजार में भी अपने पोर्टफोलियो को निचले स्तर पर बनाए रखा। ब्रोकर्स ने कहा कि डेरीवेटिव सेगमेंट में नवंबर सिरीज के समाप्त होने के चलते भागीदारों द्वारा अपनी पॉजीशन बनाने और अन्य एशियन बाजारों में कमजोर रुख की वजह से भी सेंटीमेंट पर दबाव देखा गया।
गुरुवार को सेंसेक्स 33,542.50 अंक पर खुला और इसने आज 33,108.72 अंक का निचला स्तर छुआ। अंत में ये 453.41 अंक या 1.35 प्रतिशत कमजोर होकर 33,149.35 अंक पर बंद हुआ। पिछले साल 15 नवंबर के बाद यह एक सत्र में आने वाली सबसे बड़ी गिरावट है। 15 नवंबर 2016 को सेंसेक्स 514.19 अंक टूटा था।
व्यापक एनएसई निफ्टी, 10,300 अंक के स्तर को छूने के बाद 10,211.25 अंक तक नीचे गया और अंत में 134.75 अंक या 1.30 प्रतिशत टूटकर 10,226.55 अंक पर बंद हुआ। इस साल 27 सितंबर के बाद निफ्टी की एक सत्र में आने वाली यह सबसे बड़ी गिरावट है। उस दिन निफ्टी में 135.75 अंक की गिरावट आई थी।