नई दिल्ली। मंगलवार को पांच राज्यों के चुनावी नतीजों से पहले ही बाजार ने संकेत दे दिया है कि कल क्या होने वाला है। विशेषज्ञों के मुताबिक भाजपा का पलड़ा हल्का होने की आशंका के बीच घरेलू निवेशकों के साथ ही विदेशी निवेशकों ने सोमवार को जमकर बिकवाली की है। इसका संकेत है कि कहीं न कहीं निवेशकों को भाजपा के जीतने की संभावना कम ही नजर आ रही है। यही वजह है कि बाजार में चुनावी नतीजों से पहले इतनी ज्यादा गिरावट आई है।
सोमवार को बाजार कमजोरी के साथ खुले और दिनभर बाजार लाल निशान में कारोबार करता रहा। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स अंत में 713.53 अंक टूटकर 34,959.72 अंक पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी 205.25 अंक टूटकर 10,488.45 अंक पर बंद हुआ।
बैंक के प्रवर्तक की हिस्सेदारी घटाने के भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देश को बंबई हाईकोर्ट में चुनौती देने के लिए याचिका दायर करने के बाद कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर में 7 प्रतिशत की ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों स्तर पर कमजोर रुख के कारण बाजार में आज इतनी बड़ी गिरावट आई है।
आज सुबह सेंसेक्स 478.59 अंकों की गिरावट के साथ 35,204.66 पर खुला। वहीं निफ्टी 185 अंकों की गिरावट के साथ 10,508.70 पर खुला। कुछ ही मिनटों में बाजार 550 अंक लुढ़क गया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में भी भारी गिरावट आई और यह 175 अंकों से ज्यादा टूट गया।
शुक्रवार को आए एग्जिट पोल ने इशारा किया था कि राजस्थान में बीजेपी के हाथ से सत्ता छिन सकती है और मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ में उसका कांग्रेस के साथ करीबी मुकाबला है। सोमवार की यह गिरावट इसी का असर मानी जा रही है।