नई दिल्ली। हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में अमेरिकी और एशियाई बाजारों से मिल रहे सुस्त संकेतों के चलते घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत हल्की तेजी के साथ हुई है। फिलहाल (10:30 AM) BSE का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 135 अंक बढ़कर 29465 पर पहुंच गया है। वहीं, NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 36 अंक की तेजी के साथ 9122 के स्तर पर है। आज के कारोबार में सरकारी बैंकों के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिल रही है। बैंक ऑफ इंडिया, पीएनबी और सिंडीकेट बैंक के शेयर 4 फीसदी तक उछल गए है।
मिड और स्मॉलकैप शेयरों में भी खरीदारी
मिड और स्मॉलकैप शेयरों में भी खरीदारी देखने को मिल रही है। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.35 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स 0.60 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है वहीं बीएसई के ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 0.11 फीसदी की कमजोरी के साथ कारोबार हो रहा है।
बैंकिंग शेयरों में हो रही खरीदारी के चलते बैंक निफ्टी 0.83 फीसदी चढ़कर 21070 के स्तर के आसपास नजर आ रहा है। आज पीएसयू बैंकों में जमकर खरीदारी देखने को मिल रही है।
आज के कारोबार में निफ्टी के एफएमसीजी, मेटल और रियल्टी इंडेक्स में सबसे ज्यादा बढ़त देखने को मिल रही है। निफ्टी का एफएमसीजी इंडेक्स 0.82 फीसदी, मेटल इंडेक्स 0.41 फीसदी और रियल्टी इंडेक्स 0.33 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है।
इस दौरान निफ्टी के आईटी, ऑटो और एनर्जी इंडेक्स में कमजोरी देखने को मिल रही है। निफ्टी का आईटी इंडेक्स 0.34 फीसदी और एनर्जी इंडेक्स 0.30 फीसदी कमजोरी के साथ कारोबार कर रहा है।
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मायस्टॉकरिसर्च के हेड लोकेश उप्पल का कहना है कि
लिक्विडिटी के नजरिए से बीते सत्र में बाजार में अच्छी खरीदारी देखने को मिली है। ओवरऑल बाजार का स्ट्रक्चर देखा जाए तो बुधवार की बिकवाली के बाद गुरुवार के सत्र में बाजार में अच्छा कंसोलेडेशन देखने को मिला है। इंफ्रा सहित कैपिटल गुड्स सेक्टर, ऑटो सेक्टर , बैंकिंग सेक्टर ने बाजार की बढ़त में साथ दिया है। लिहाजा बाजार में मौजूदा स्तर से स्थिरता आ सकती है
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अब क्या करें निवेशक
रिस्क कैपिटल एडवाइजर्स के डी डी शर्मा का कहना है कि ज्यादातर सरकारी कंपनियां अच्छा डिविडेंड दे रही है लेकिन ऑयल मार्केटिंग कंपनियां में सकारात्मक नजरिया है। ऑयल के प्राइसेंस सॉफ्ट रहने के कारण सरकार पर किसी तरह का दबाव नहीं होगा कि कभी भी आगे प्राइस कंट्रोल आगे इसलिए ऑयल मार्केटिंग कंपनियां में तेजी का नजरिया है। आईटीआई लगातार सरकार के सपोर्ट पर चलने वाली कंपनी है।
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