नई दिल्ली।अमेरिकी और एशियाई बाजारों से मिले निगेटिव संकेतों के चलते बुधवार को घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई है। दोनों प्रमुख इंडेक्स लाल निशान पर कारोबार कर रहे है। फिलहाल (9:18 AM) BSE का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 20 अंक गिरकर 28985 पर आ गया है। वहीं, NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी महज 2 अंक की मामूली गिरावट के साथ 8950 के महत्वपूर्ण स्तर के नीचे फिसला गया है।
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रिस्क कैपिटल एडवाइजर्स के डी डी शर्मा का कहना है कि
अगर यूपी चुनाव के नतीजों को लेकर बाजार में किसी तरह की घबराहट होती तो बाजार में इस तरह की तेजी नहीं होती। मौजूदा समय में बाजार की बढ़त चुनाव में बीजेपी की बढ़त का अनुमान ही है।
चीन में ग्रोथ रेट बढ़ने की वजह से मेटल सेक्टर में दबाव बन रहा है। हालांकि बीते 4-6 महीनों में मेटल सेक्टर की तेजी हुई थी और उससे फ्यूचर्स में इन सेक्टर में जो पॉजिटीव रुझान थे वे कम हुई है। जिसके चलते आनेवाले समय में इनमें उतनी तेजी की उम्मीद नजर नहीं आती है।
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मिडकैप शेयरों में भी गिरावट का माहौल
- मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में हल्की गिरावट देखने को मिल रही है। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.1 फीसदी बढ़ा है, जबकि निफ्टी के मिडकैप 100 इंडेक्स में भी 0.1 फीसदी की मामूली बढ़त दर्ज की गई है। बीएसई के स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.2 फीसदी की तेजी आई है।
- मेटल, आईटी, ऑटो और कंज्यूमर ड्युरेबल्स शेयरों में बिकवाली से बाजार पर दबाव बना है। हालांकि बैंकिंग, फार्मा और पावर शेयरों में हल्की खरीदारी आई है। बैंक निफ्टी 0.2 फीसदी बढ़कर 20,660 के ऊपर नजर आ रहा है।
पांच सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयर
- बुधवार के सत्र में 5 सबसे ज्यादा गिरने वाले शयरों में एसई इन्वेस्टमेंट, बीएस लिमिटेड, वॉकहार्ट और डिशमैन फार्मा है।
- इन सभी शेयरों में 5-10 फीसदी तक की गिरावट है। आपको बता दें कि दवा रेग्युलेटर यूएस एफडीए ने वॉकहार्ट के मॉर्टन ग्रोव प्लांट के लिए चेतावनी जारी की है। 17 फरवरी को जारी वॉर्निंग लेटर में कई गड़बड़ी के आरोप हैं। हालांकि आयरलैंड एचपीआरए ने वॉकहार्ट के शेंद्रा प्लांट का निरीक्षण किया और जीएमपी (गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस) सर्टिफिकेट फिर जारी करने की सलाह दी है।