नई दिल्ली। मेटल, ऑटो, FMCG शेयरों में लौटी खरीदारी के दम पर घरेलू शेयर बाजार दिन के समय नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। इस तेजी में निफ्टी ने पहली बार 9550 के महत्वपूर्ण स्तर को पार किया। वहीं, सेंसेक्स ने पहली बार 31 हजार के रिकॉर्ड स्तर को पार कर दिया है। फिलहाल (2:05 PM) BSE का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 250 अंक बढ़कर 31034 के स्तर पर पहुंच गया है। वहीं, NSE के 50 शेयरों वाले इंडेक्स निफ्टी 70 अंक बढ़कर 9577 के स्तर पर है। यह भी पढ़े: The conclusion: हॉलीवुड है कमाई में ‘बाहुबली’, इन कारणों से पिछड़ रहा है बॉलीवुड
सेंसेक्स ने मोदी राज में दिया 27 फीसदी का बड़ा रिटर्न
मोदी सरकार के 3 साल के कार्यकाल में निफ्टी में 27 फीसदी का उछाल आया है, जबकि सेंसेक्स में 24 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है। बैंक निफ्टी ने 53 फीसदी की छलांग लगाई है। मिडकैप इंडेक्स 70 फीसदी मजबूत हुआ है। मोदी सरकार के 3 साल के कार्यकाल में एफआईआई ने कैश मार्केट में 17,514 करोड़ रुपये की खरीद की है, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 1,13,240 करोड़ रुपये की खरीद की है।
मोदी सरकार के कार्यकाल में दिग्गज शेयरों में आयशर मोटर्स ने 292 फीसदी का रिटर्न दिया है, जबकि इंडियाबुल्स हाउसिंग में 176 फीसदी का रिटर्न हासिल हुआ है। यस बैंक ने 166 फीसदी की तेजी भरी है, तो आईओसी 136 फीसदी तक उछला है।
निफ्टी छुएगा 10 हजार का स्तर
आनंद राठी फाइनेंशियल के चेयरमैन आनंद राठी ने एक बिजनेस चैनल को दिए इंटरव्यु में कहा कि तीन साल में मोदी सरकार ने अच्छा काम किया, इन तीन सालों में अच्छे निर्णय और बदलाव हुए हैं। आनंद राठी के मुताबिक जीएसटी लाने के लिए सरकार की तारीफ करनी चाहिए। जीएसटी गेमचेंजर है इससे आगे बहुत फायदा मिलेगा। उनका कहना है कि अगले 6-12 महीने में निफ्टी 10000 के स्तर को पार कर सकता है। हालांकि बाजार में उतार-चढ़ाव होना संभव है, कॉरपोरेट अर्निंग उतनी अच्छी नहीं है। बाजार में तेजी आने से पहले कंसोलिडेशन आता है। उन्होंने आगे कहा कि नोटबंदी का असर तीसरी और चौथी तिमाही के नतीजों पर देखने को मिलेगा। इस साल अर्निंग्स में 12-14 फीसदी बढ़ोतरी दिखेगी। वहीं अगले साल और बेहतर ग्रोथ आने की संभावना है।
सेठी फिनमार्ट के विकास सेठी का कहना है कि बाजार का यह मूमेंटम आनेवाले समय में जारी रहने की उम्मीद है। जिसके चलते जल्द ही निफ्टी 9700 के स्तर पर कारोबार करता नजर आ सकता है। मौजूदा समय में भी जो मिडकैप काफी ऊंचे स्तर से फिसले है उनमें खरीदारी की संभावनाएं बन सकती है। लिहाजा मिडकैप सेक्टर पर ध्यान देने की जरुरत है। ग्लोबल बाजार में गिरावट या फिर किसी ओर वजह से घरेलू बाजार में गिरावट आती है तो वह खरीदारी का बेहतर मौका रहेगा।यह भी पढ़े: ल्यूपिन के शेयर में भारी गिरावट, भाव 3 साल के निचले स्तर पर, अब क्या करें निवेशक
अब क्या करें निवेशक
रिस्क कैपिटल एडवाइजर्स के डी डी शर्मा का कहना है कि जिन निवेशकों का लंबी अवधि का नजरिया है वह अशोक लेलैंड में मौजूदा स्तर पर खरीदारी कर सकता है। लेकिन इसमें छोटी अवधि के लिए खरीदारी ना करें। वोल्टास में लंबी अवधि के लिए खरीददारी कर सकते हैं। वहीं, एयूएम कैपिटल के रिसर्च हेड राजेश अग्रवाल का कहना है कि ल्यूपिन के नतीजे अनुमान से खराब थे। जिसके चलते इसमें गिरावट देखने को मिल रही है। साथ ही यूएस एफडीए के नकारात्मक खबरों का भी असर फार्मा सेक्टर पर देखने को मिल रहा है। लेकिन जिन निवेशकों को 2 साल का नजरिया रख निवेश करना हो तो फार्मा शेयर अच्छा मुनाफा दे सकते हैं। क्योंकि गिरावट के कारण ज्यादातर फार्मा सेक्टर आकर्षक वैल्युएशन के साथ काम कर रहे हैं। लिहाजा ल्यूपिन में मौजूदा स्तर पर खरीदारी की जा सकती है।#ModiGovernment3Saal: मोदी के राज में विदेशी निवेशकों पर भारी पड़े घरेलू निवेशक, अब यहां है बड़े कमाई के मौके