मुंबई। बाजार में गुरुवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट दर्ज की गई। बीएसई सेंसेक्स मामूली 37.99 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बीच फरवरी डेरिवेटिव्स अनुबंध के समाप्त होने से पहले निवेशकों के सौदा निपटान करने के साथ यह गिरावट दर्ज की गई। कारोबारियों के अनुसार एशिया के अन्य बाजारों के साथ यूरोपीय शेयर बाजारों में कमजोर शुरूआत से भी बाजार धारणा पर असर पड़ा।
पूंजी प्रवाह जारी रहने तथा सटोरियों के सौदा पूरा करने के लिये की गयी लिवाली से 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में मजबूती के साथ खुला और एक समय 36,085.85 अंक तक चला गया। हालांकि बाद में कमजोर घरेलू और वैश्विक संकेतों के साथ बिकवाली गतिविधियां देखी गई। इससे सूचकांक 35,829.15 अंक तक चला गया। अंत में यह 37.99 अंक या 0.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 35,867.44 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले, पिछले दो सत्रों में सेंसेक्स 308 अंक टूट चुका है।
50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी भी 15.70 अंक या 0.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 10,792.50 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान 10,865.70 से 10,784.85 अंक के दायरे में रहा। सेंसेक्स के जिन शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, उसमें टीसीएस, मारुति, हीरो मोटो कॉर्प, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एक्सिस बैंक तथा टाटा स्टील शामिल हैं। इनमें 3.38 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई।
वहीं दूसरी तरफ ओएनजीसी, कोल इंडिया, वेदांता, एनटीपीसी, यस बैंक, एसबीआई, एलएंडटी, आईसीआईसीआई बैंक, सन फार्मा, आरआईएल, पावरग्रिड तथा आईटीसी में 4.17 प्रतिशत तक की तेजी आई। कारोबारियों के अनुसार भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के मद्देनजर निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया और फरवरी डेरिवेटिव्स अनुबंध के समाप्त होने से पहले सौदे के निपटान को तरजीह दी।
इसके अलावा निवेशकों ने सकल घरेलू उत्पाद तथा राजकोषीय घाटा का आंकड़ा आने से पहले सतर्क रुख अपनाया। ये दोनों आंकड़े आज शाम आने हैं। इस बीच, अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने बुधवार को 423.04 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 66.81 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर खरीदे।