मुंबई। शेयर बाजारों में सोमवार को हल्की तेजी दर्ज की गई। अच्छी शुरुआत के बाद कारोबार की समाप्ति के समय वित्तीय और वाहन कंपनियों के शेयरों में बिकवाली दबाव से तेजी पर अंकुश लग गया। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख के चलते कारोबार के दौरान एक समय 369 अंक तक मजबूत हुआ। पर अंत में यह 52.16 अंक यानी 0.14 प्रतिशत की तेजी के साथ 37,402.49 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान ऊंचे में यह 37,718.88 और नीचे में 37,358.49 अंक तक गिर गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी मामूली 6.10 अंक यानी 0.06 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,053.90 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 11,146.90 से 11,037.85 अंक के दायरे में रहा। कारोबारियों के अनुसार निवेशक अभी भी सतर्क रुख अपना रहे हैं। उन्हें सरकार की तरफ से विभिन्न क्षेत्रों में मांग में नरमी को रोकने के लिए कुछ कदम उठाए जाने की प्रतीक्षा है।
मांग में नरमी के कारण अर्थव्यस्था प्रभावित हो रही है। इसके अलावा गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को लेकर चिंता बने रहने से भी बाजार पर असर पड़ा और वित्तीय कंपनियों के शेयरों में बिकवाली की गई। सेंसेक्स में शामिल जिन शेयरों में अच्छी तेजी दर्ज की गई, उनमें सन फार्मा, टेक महिंद्रा, एक्सिस बैंक, एलएंडटी, रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईसीआईसीआई बैंक शामिल हैं। इनमें 2.66 प्रतिशत तक की तेजी आई।
वहीं दूसरी तरफ येस बैंक, पावर ग्रिड, ओएनजीसी, एसबीआई, महिंद्रा एंड महिंद्रा, हीरो मोटो कॉर्प, टाटा स्टील, एशियन पेंट्स और एचडीएफसी बैंक में 3.46 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास के बयान के बाद बैंक शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। उन्होंने एनबीएफसी की संपत्ति गुणवत्ता का आदेश दिये जाने से इनकार किया है। का
रोबारियों के अनुसार एशिया के अन्य बाजारों में तेजी का घरेलू बाजार पर असर पड़ा। हालांकि, बैंक तथा वाहन शेयरों में गिरावट से तेजी पर अंकुश लगा। एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक, हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कोस्पी और जापान का निक्की बढ़त के साथ बंद हुए। आर्थिक नरमी थामने के लिए दुनिया के केंद्रीय बैंकों द्वारा प्रोत्साहन दिए जाने की उम्मीद में शेयर बाजारों में तेजी आई। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में बढ़त दर्ज की गई।