नई दिल्ली। उत्तर कोरिया के हाइड्रोजन बम परीक्षण के बाद बढ़े भू-राजनीतिक तनाव के चलते निवेशकों की बिकवाली से आज बांबे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 190 अंक टूटकर 31,702.25 अंक पर आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 61.55 अंक के नुकसान से 9,912.85 अंक पर आ गया। दिन के कारोबार के दौरान यह 9,900 अंक के स्तर से नीचे भी आया। अमेरिका की चेतावनी के बावजूद उत्तर कोरिया के हाइड्रोजन बम परीक्षण से भू-राजनैतिक तनाव बढ़ा है।
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उत्तर कोरिया ने रविवार को दावा किया कि उसने हाइड्रोजन बम का सफल परीक्षण किया है। इसके चलते ज्यादातर एशियाई बाजारों में आज गिरावट रही। यूरोपीय बाजारों में शुरुआत भी कमजोरी के रुख के साथ हुई। बांबे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स आज 189.98 अंक या 0.60 प्रतिशत के नुकसान के साथ 31,702.25 अंक पर आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 61.55 अंक या 0.62 प्रतिशत के नुकसान के साथ 9,912.85 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 9,900 अंक के स्तर से भी नीचे आया।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा कि,
उत्तर कोरिया के घटनाक्रम से जोखिम उठाने की क्षमता कम हुई है। बाजार को आगे बढ़ने के लिए संकेतकों का इंतजार है। हालांकि, बाजार रविवार को हुए मंत्रिमंडल फेरबदल से संकेत ले सकता है।
ब्रोकरों ने कहा कि निवेशकों ने हालिया लाभ वाले शेयरों में मुनाफा काटा जिससे बाजार में गिरावट आई। सेंसेक्स की कंपनियों में अडाणी पोटर्स में सबसे ज्यादा नुकसान रहा। इंफोसिस, एयरटेल, एचडीएफसी बैंक और हिंदुस्तान यूनिलीवर में 2.6 प्रतिशत तक की गिरावट आई। इसके अलावा हीरो मोटोकॉर्प, एशियन पेंट्स और टाटा मोटर्स में भी गिरावट रही।
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पीयूष गोयल को नया रेल मंत्री बनाए जाने का असर रेलवे से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में तेजी देखने को मिली। बीईएमएल, टीटागढ़ वैगंस, टेक्समैको रेल, स्टोन इंडिया तथा कर्नेक्स माइक्रोसिस्टम्स के शेयर 4.76 प्रतिशत तक चढ़ गए।
शेयर बाजारों के अस्थाई आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शुक्रवार को 832.81 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 731.72 करोड़ रुपए के शेयरों की खरीदारी की। मिडकैप और स्मॉलकैप में भी गिरावट आई। विभिन्न वर्गों के सूचकांकों में रियल्टी 1.39 प्रतिशत टूट गया। आईटी, प्रौद्योगिकी और बैंकिंग सेक्टर के सूचकांक भी नीचे आए।