नई दिल्ली। अमेरिका द्वारा ट्रेड वॉर शुरू करने की घोषणा से आज पूरी दुनिया के वित्तीय बाजार लाल हो गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन से आयात होने वाले सामानों पर लगभग 60 अरब डॉलर का शुल्क लगाने की घोषणा का भारतीय शेयर बाजारों पर नकारात्मक असर देखने को मिला है। ट्रंप के इस कदम से अब पूरी दुनिया में व्यापार युद्ध छिड़ने की आशंका के बीच निवेशकों में भय का माहौल बन गया और उन्होंने भारी बिकवाली की।
शुक्रवार को सुबह प्रमुख एशियाई बाजारों में बिकवाली देखी गई, जिसकी वजह से बेंचमार्क सेंसेक्स 500 अंकों से ज्यादा गिरकर 6 माह के निचले स्तर पर पहुंच गया है। सेंसेक्स की शुरुआत 33,000 के नीचे से हुई, वहीं एनएसई निफ्टी भी 140 अंक से अधिक टूटकर 10,000 अंक के स्तर से नीचे फिसल गया है।
सीएनएन के मुताबिक, इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी की चोरी की सात महीने की जांच के बाद यह कदम उठाया गया है। इस शुल्क के अलावा अमेरिका ने चीन पर नए निवेश प्रतिबंध लगाने की भी योजना बनाई है। इसके साथ ही विश्व व्यापार संगठन और राजस्व विभाग भी चीन पर अतिरिक्त कदम उठाएगा।ट्रं प ने कहा कि हम इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी चोरी की समस्या से जूझ रहे हैं। ट्रंप ने गुरुवार को 1974 के व्यापार अधिनियम की धारा 301 के हवाला देकर एक मेमो पर हस्ताक्षर किए।
अमेरिका के इस कदम के बाद चीन ने भी अमेरिका से आने वाले पोर्क और अन्य उत्पादों पर शुल्क बढ़ाने की घोषणा की है। चीन ने अमेरिकी सामानों की एक लिस्ट जारी की है जिसमें यूएस पोर्क और एल्यूमिनियम पाइप शामिल हैं। चीन ने कहा है कि वह इन उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ा सकता है। चीन ने राष्ट्रपति ट्रंप के इस कदम को अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों का उल्लंघन करार दिया है और इसके खिलाफ कड़ा कदम उठाने की चेतावनी दी है।