मुंबई। भू-राजनीतिक संकट के कारण बाजार में आज लगातार 5वें दिन गिरावट आई और सेंसेक्स तथा निफ्टी दोनों एक प्रतिशत से अधिक लुढ़ककर एक माह के न्यूनतम स्तर पर बंद हुए। शेयर बाजारों में तीव्र गिरावट से निवेशकों को 95,000 करोड़ रुपए से अधिक की चपत लगी।
आर्थिक समीक्षा में आर्थिक वृद्धि के बारे में कही गई बातों से भी बाजार को झटका लगा। समीक्षा के अनुसार पूर्व में लगाए गए 6.75-7.5 प्रतिशत वृद्धि के अनुमान में उच्च स्तर वाले अनुमान को प्राप्त करना मुश्किल होगा।
बाजार में पिछले छह सप्ताह में साप्ताहिक आधार पर यह पहली गिरावट है। अमेरिकी मुद्रा की तुलना में रुपए के कमजोर होने तथा वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख से भी शेयर बाजारों पर असर पड़ा। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के दौरान नकारात्मक दायरे में रहा और अंत में 317.74 अंक यानी 1.01 प्रतिशत टूटकर 31,213.59 अंक पर बंद हुआ। चार जुलाई के बाद साप्ताहिक आधार पर बाजार का यह सबसे न्यूनतम स्तर है। पिछले चार सत्रों में सेंसेक्स 794.08 अंक नीचे आ चुका है।
एनएसई निफ्टी 109.45 अंक 1.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 9,710.80 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले यह स्तर सात जुलाई को देखा गया था। कारोबार के दौरान यह 9,685.55 अंक के न्यूनतम स्तर तक चला गया था। सेंसेक्स तथा निफ्टी दोनों में छह सप्ताह में पहली बार साप्ताहिक आधार पर गिरावट आई। जहां सेंसेक्स 1,111.82 अंक या 3.43 प्रतिशत नीचे आ गया, वहीं निफ्टी में 355.60 अंक या 3.53 प्रतिशत की गिरावट आई है।
देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई के लिए बुरा दिन रहा। बैंक का शुद्ध लाभ जून तिमाही में 3,105.35 करोड़ रुपए रहने के बावजूद उसका शेयर 5.36 प्रतिशत नीचे आ गया। जिन अन्य प्रमुख शेयरों में गिरावट से बाजार पर असर पड़ा, उसमें महिंद्रा एंड महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज तथा एलएंडटी शामिल हैं। धातु, वाहन, लोक उपक्रम, रियल्टी तथा बुनियादी ढांचा से संबद्ध कंपनियों के शेयरों की अगुवाई में बिकवाली दबाव चौतरफा देखा गया।