मुंबई। वैश्विक बाजारों से कमजोर रूख के कारण बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स शुरुआती मजबूती को कायम नहीं रख पाया। सेंसेक्स लगभग 144 अंक की गिरावट के साथ तीन महीने के निचले स्तर पर बंद हुआ। वहीं एनएसई का निफ्टी भी 63 अंक टूटकर 8,520.40 अंक पर बंद हुआ।
कारोबारियों का कहना है कि टीसीएस और इंफोसिस सहित प्रमुख कंपनियों के वित्तीय परिणाम निवेशकों को प्रभावित करने में विफल रहे।
- बीएसई का सेंसेक्स 143.63 अंक टूटकर 27,529.97 अंक पर बंद हुआ।
- आठ जुलाई के बाद का इसका निचला स्तर है।
- शुक्रवार को सेंसेक्स 30 अंक चढ़कर बंद हुआ था।
- एनएसई का निफ्टी भी 63 अंक टूटकर 8,520.40 अंक पर बंद हुआ।
- कारोबार के दौरान यह 8615.40 और 8,506.15 अंक के दायरे में रहा।
विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था के बारे में फेडरल रिजर्व की प्रमुख जेनेट येलन की टिप्पणी से भी बाजार प्रभावित हुआ। जेनेट से संकेत दिया है कि अर्थव्यवस्था में नई जान फूंकने के लिए आक्रामक कदमों की जरूरत है। इससे वैश्विक बाजारों में कमजोरी का रूख रहा।
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- पेट्रोलियम उत्पादों के दाम में बढोतरी के चलते भारत पेट्रोलियम, इंडियन आयल व हिंदुस्तान पेट्रोलियम में गिरावट देखने को मिली।
- जियोजित बीएनपी परिबा फिनांशल सर्विसेज के आनंद जेम्स ने कहा, वैश्विक बाजारों में बेचैनी और एफआईआई की लगातार बिकवाली से कारोबार धारणा प्रभावित हुई।
- बैंकिंग के अलावा सभी अन्य खंडवार शेयर गिरावट के साथ बंद हुए।
- सूचकांक आधारित 30 में से 24 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए।
- महिंद्रा एंड महिंद्रा का शेयर 3.22 प्रतिशत, हीरो मोटोकार्प का 2.24 प्रतिशत टूटे।
- एशियन पेंट्स का शेयर 2.07 प्रतिशत, एचडीएफसी बैंक का 1.87 प्रतिशत गिरा।
- बजाज ऑटो का 1.80 प्रतिशत, एलएंडटी का शेयर 1.71 प्रतिशत और आरआईएल का शेयर 1.67 प्रतिशत टूटा।
- चीन, हांगकांग व जापान के शेयर में नरमी का रूख देखने को मिला।