नई दिल्ली। कारोबार के अंतिम घंटों में हैवीवेट रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयरों में हुई बिकवाली से घरेलू शेयर बाजारों ने बुधवार को पूरे दिन की तेजी खो दी और प्रमुख शेयर सूचकांक मामूली बढ़त के साथ बंद हुए।
बीएसई के 30 शेयरों वाले संवेदी सूचकांक सेंसेक्स में कोविड-19 के टीके की संभावना से उत्पन्न सकारात्मक माहौल तथा वैश्विक बाजारों की तेजी के संकेतों पर कारोबार के दौरान एक समय 777 अंकों चढ़ गया था। कारोबार के अंतिम घंटों में इसकी चाल पलट गयी और यह मात्र 19 अंक यानी 0.05 प्रतिशत की बढ़त के साथ 36,051.81 अंक पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी भी इसी तरह 11 अंक यानी 0.10 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 10,618 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान इसमें 220 अंक का उछाल आया था। सेंसेक्स में सबसे बड़े भारांक वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज में करीब चार प्रतिशत की गिरावट रही। इसके पहले कंपनी का शेयर कारोबार के दौरान 1,978 रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि कंपनी की सालाना आम बैठक के बाद निवेशकों ने रिलायंस इंडस्ट्रीज में मुनाफावसूली शुरू कर दी। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने सालाना आम बैठक में जियो प्लेटफॉर्म्स में 7.7 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिये गूगल के द्वारा 33,737 करोड़ रुपये के निवेश किये जाने की घोषणा की।
सेंसेक्स की अन्य कंपनियों में भारती एयरटेल, ओएनजीसी, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) भी गिरावट में रहीं। दूसरी ओर, तिमाही परिणाम की घोषणा से पहले इंफोसिस का शेयर करीब छह प्रतिशत चढ़ गया। एचसीएल टेक, टीसीएस, टेक महिंद्रा, एक्सिस बैंक और हिंदुस्तान यूनिलीवर में अच्छी तेजी के साथ बंद हुईं। कारोबारियों के अनुसार, अधिकांश सत्र के दौरान घरेलू निवेशक कोविड-19 के टीके की उम्मीद से उत्साहित हैं। भारत में दो कंपनियों ने टीकों का मानव पर परीक्षण शुरू किया है। इसके अलावा अमेरिका की एक कंपनी ने अपने टीके के मानव परीक्षण के प्रारंभिक चरण को सफलतापूर्वक पूरा किया है। कारेाबारियों ने कहा कि अंतिम मौके पर रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों की बिकवाली ने शेयर बाजार की तेजी पर लगाम लगा दिया। एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्केई और दक्षिण कोरिया का कोस्पी बढ़त में रहे। हालांकि चीन का शंघाई कंपोजिट गिरावट के साथ बंद हुआ।