मुंबई। औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि में गिरावट और विदेशी संस्थागत निवेशकों की भारी बिकवाली के दबाव में बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स सोमवार को 156 अंक गिरकर बंद हुआ। औद्योगिक उत्पादन के ताजा आंकड़ों में नवंबर की वृद्धि दर 17 माह के न्यूनतम स्तर पर थी। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 35,853.56 पर बंद हुआ। यह पिछले बंद की तुलना में 156.28 अंक या 0.43 प्रतिशत नीचे है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 57.35 अंक या 0.53 प्रतिशत गिरकर 10,737.60 पर टिका। एलएंडटी, इंडसइंड बैंक, पावर ग्रिड, एनटीपीसी, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, हीरो मोटोकॉर्प, भारती एयरटेल, और भारतीय स्टेट बैंक जैसे प्रमुख शेयर बिकवाली के दबाव में रहे। इनमें अधिकतम गिरावट 2.64 प्रतिशत तक रही।
इसके विपरीत यस बैंक का शेयर 6.22 प्रतिशत के तेज सुधार के साथ बंद हुआ। खबर है कि इस बैंक ने लंबे समय से चले आ रहे प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी राणा कपूर की जगह भरने के लिए रजत मोंगा और एक विदेशी बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) का नाम छांटा है। इंफोसिस का शेयर शेयर पुनर्खरीद की घोषणा के बाद 2.58 अंक लाभ में रहा। कंपनी ने शुक्रवार को 8,260 करोड़ रुपए खर्च कर अपने शेयर वापस खरीने की घोषणा की है। साथ ही उसने शेयरधारकों को 4 रुपए का विशेष लाभांश देने का भी फैसला किया है। सन फार्मा, बजाज फाइनेंस, मारुति और टाटा मोटर भी लाभ में रहे।
विशेषज्ञों के मुताबिक शुक्रवार को जारी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के बाद बाजार में धारणा कमजोरी की रही। इन आंकड़ों के अनुसार नवंबर में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 0.5 प्रतिशत रही। यह 17 माह की न्यूनतम स्तर है। बीएसई के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी निवेशकों ने शुक्रवार को 687.20 करोड़ रुपए की शुद्ध बिकवाली की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक 123.17 करोड़ रुपए के शुद्ध लिवाल रहे।
रुपया भी कच्चे तेल में गिरावट के बावजूद 32 पैसे नरम हो प्रति डॉलर 70.81 तक हल्का हो गया। ब्रेंट कच्चे तेल का भाव 1.49 प्रतिशत घट कर 59.58 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था। प्रमुख एशियाई सूचकांकों में भी सोमवार को गिरावट दर्ज की गई। कोरिया का कोस्पी 0.53 प्रतिशत गिरा। चीन के शंघाई कंपोजिट सूचकांक में 0.71 प्रतिशत तथा हांगकांग के हैंग सेंग का प्रमुख सूचकांक 1.38 प्रतिशत नीचे बंद हुआ। यूरोपीय बाजारों में शुरुआत में गिरावट का रुख था।