मुंबई। बाजार में आज लगातार पाचवें कारोबारी सत्र में भी गिरावट जारी रही और बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 120 अंक टूटकर बंद हुआ। कारोबार के अंतिम घंटे बैंक, वाहन, धातु तथा औषधि कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली से बाजार में गिरावट दर्ज की गई।
कारोबारियों ने कहा कि घरेलू संस्थागत निवेशकों तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार बिकवाली से बाजार धारणा पर असर पड़ा। बीएसई सेंसेक्स शुरू में बढ़त के साथ 36,279.63 अंक पर खुला और एक समय 36,375.80 अंक तक चला गया। हालांकि बाद में अंतिम समय में मुनाफावसूली से इसमें गिरावट आयी और यह 35,962.79 अंक तक आ गया। अंत में यह 119.51 अंक या 0.33 प्रतिशत की गिरावट के साथ 36,034.11 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 37.75 अंक या 0.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ 10,793.65 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 10,891.65 तथा 10,772.10 अंक के दायरे में रहा।
कुल मिलाकर पिछले पांच कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स करीब 840 अंक लुढ़क चुका है। खाद्य वस्तुओं के दाम कम होने से जनवरी में खुदरा मुद्रास्फीति 19 महीने के न्यूनतम स्तर 2.05 प्रतिशत पर पहुंच गयी है। नुकसान में रहने वाले प्रमुख शेयरों में ओएनजीसी, एसबीआई, पावरग्रिड, एल एंड टी, यस बैंक, एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंस, मारुति तथा एनटीपीसी शामिल हैं। इसमें 2.84 प्रतिशत तक की गिरावट आई।
वहीं दूसरी तरफ टाटा मोटर्स, टीसीएस, एचडीएफसी, एचसीएल टेक, इन्फोसिस, आईटीसी, एचडीएफसी बैंक तथा एचयूएल में 2.18 प्रतिशत तक की तेजी रही। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि तीसरी तिमाही में मिले-जुले परिणाम के साथ विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) के निवेश निकासी से बाजार में गिरावट आई है।
अस्थायी आंकड़ों के अनुसार शुद्ध आधार पर एफआईआई ने मंगलवार को 466.78 करोड़ रुपए और डीआईआई ने 122.64 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे। वैश्विक स्तर पर एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्केई 1.34 प्रतिशत, शंघाई कंपोजिट सूचकांक 1.84 प्रतिशत, कोरिया कोसपी 0.50 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 1.16 तथा सिंगापुर का स्ट्रेट टाइम्स 1.22 प्रतिशत मजबूत हुए।