नई दिल्ली। बैंकिंग शेयरों में लौटी खरीदारी के चलते घरेलू शेयर बाजार हरे निशान पर लौट आए है। ऑटो, फाइनेंशियल और फार्मा शेयरों में तेजी के चलते दोनों प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी दोनों हरे निशान पर कारोबार कर रहे है। फिलहाल (9:40 AM) BSE का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 40अंक बढ़कर 31147 के स्तर पर पहुंच गया है। वहीं, NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 5 अंक बढ़कर 9610 के स्तर पर है। इसके अलावा मिडकैप कंपनियों के शेयरों में भी निचले स्तर पर खरीदारी लौटी है। मिडकैप इंडेक्स भी अब हरे निशान पर लौट आया है। फिलहाल अरबिंदो फार्मा, बाटा इंडिया, सदभाव इंजीनियरिंग और इप्का लैब्स 2-5 फीसदी तक बढ़ गए है।यह भी पढ़े: EPFO ने ETF में निवेश की बढ़ाई सीमा, इस साल होगा 20000 करोड़ का इन्वेस्टमेंट
बाजार में गिरावट की संभावना
जियोजित बीएनपी पारिबा के गौरांग शाह का कहना है कि कंपनियों के जनवरी-मार्च तिमही नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे हैं। साथ ही, पिछले 3-4 महीने के दौरान मिडकैप-स्मॉलकैप शेयरों में काफी तेजी देखने को मिली। लिहाजा, अब बाजार में करेक्शन की संभावना ज्यादा नजर आ रही है क्योंकि घरेलू मोर्चे से आंकड़े कुछ खास नहीं रहे हैं। लिहाजा, अब बाजार में आगे तेजी आनी है तो फिर अंतरराष्ट्रीय संकेत काफी अहम होंगे। हालांकि गौरांग शाह का मानना है कि ग्लोबल बाजारों में करेक्शन का दौर शुरू होगा तो इसका असर घरेलू बाजारों पर भी दिखेगा। लेकिन, करेक्शन के बाद जब रिकवरी का माहौल बनेगा तब भारतीय बाजार तेजी के साथ रिकवरी करेंगे। लिहाजा जब भी बाजार में गिरावट देखने को मिले तब निवेश जरूर कर सकते हैं।यह भी पढ़े: मोदी सरकार ने उठाया डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग पॉलिसी से पर्दा, भारतीय कंपनियां भी बनाएंगी सबमरीन और फाइटर प्लेन
अब क्या करें निवेशक
ट्रेडस्विफ्ट ब्रोकिंग के डायरेक्टर संदीप जैन का कहना है कि अच्छे मानसून के कारण रुलर डिमांड में तेजी आने की पूरी संभावनाएं है साथ ही जीएसटी का भी फायदा ऑटो एंसलिरी सेक्टर को मिल सकता है। जिसके चलते हीरो मोटोकॉर्प में निवेश किया जा सकता है। वैल्यूएशन के लिहाज से हीरो मोटोकॉर्प में एट्रेक्टिव नजर आ रहे है। साथ ही टीवीएस मोटर्स, बजाज ऑटो में निवेश कर सकते है। यह भी पढ़े: ल्यूपिन के शेयर में भारी गिरावट, भाव 3 साल के निचले स्तर पर, अब क्या करें निवेशक
सेबी की पी-नोट्स पर सख्ती!
शेयर बाजार में आने वाली ब्लैकमनी पर सेबी डंडा चलाने की तैयारी कर रहा है। सेबी ने पी-नोट्स जारी करने वाले विदेशी निवेशकों पर 1000 डॉलर की फीस लगाने का प्रस्ताव रखा है। इस बारे में उसने कंसल्टेशन पेपर जारी किया है। सेबी का मकसद पी-नोट्स के नियमों को सख्त बनाना है। सेबी ने कहा है कि उसका इरादा 2020 तक डेरिवेटिव्स से पी नोट्स खत्म करने का भी आदेश दिया है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के गौरांग शाह ने पी-नोट्स पर सेबी के प्रस्ताव का स्वागत किया। उनका कहना है कि इस कदम से विदेशी निवेश में पारदर्शिता आएगी।