नई दिल्ली। हफ्ते के आखिरी दिन जियो पॉलिटिकल टेंशन के चलते दुनियाभर के बाजारों के आई गिरावट का असर भारतीय बाजारों पर भी देखने को मिला। शुक्रवार को BSE का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 221 अंक गिरकर 29707 पर और NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 9200 के महत्वपूर्ण स्तर के नीचे बंद हुआ है। यह 64 अंक गिरकर 9198 पर क्लोज हुआ।
क्यों गिरा शेयर बाजार
- शेयर बाजार के जानकार बताते है कि अमेरिकी के सीरिया पर मिसाइल दागने के बाद रूस और अमेरिका के बीच तनाव गहरा गया है। इसीलिए दुनियाभर के शेयर बाजारों में गिरावट देखने को मिल रही है। इन्हीं संकेतों का असर भारतीय बाजारों पर भी देखने को मिला।
दिनभर कुछ ऐसा रहा बाजार में कारोबार
- सीरिया पर अमेरिकी हमले से बाजार सहमा गया और आखिरी घंटे में बाजार फिसल गया, जिसके चलते निफ्टी 9200 के नीचे चला गया जबकि सेंसेक्स भी 200 प्वाइंट से ज्यादा टूट कर बंद हुआ।
- शुक्रवार के कारोबार में मेटल, फार्मा, बैंक शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिली और मिडकैप शेयरों की भी हिम्मत टूटी नजर आई।
- दिग्गज कंपनियों की बात करें तो ऑयल मार्केटिंग कंपनियों बीपीसीएल और आईओसी में खासी तेजी देखने को मिली। इसके अलावा भारती इंफ्राटेल में भी अच्छी खरीदारी हुई। हालांकि सन फार्मा और ल्यूपिन जैसी फार्मा कंपनियों के साथ-साथ बैंक ऑफ बड़ौदा में खासी गिरावट देखने को मिली।
- बाजार में दिग्गज शेयरों के साथ ही मिड और स्मॉलकैप शेयरों में भी कमजोरी देखने को मिली। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.30 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स 0.50 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। वहीं बीएसई का ऑयल एंड गैस इंडेक्स 0.50 फीसदी का बढ़त के साथ बंद हुआ।
- शुक्रवार के कारोबार में बैंकिंग शेयरों में बिकवाली का भारी दबाव देखने को मिला जिसके चलते बैंक निफ्टी 0.90 फीसदी की कमजोरी के साथ 21430 के स्तर के आसपास बंद हुआ।
- कारोबार के आखिरी घंटो में हुई चौतरफा बिकवाली में फार्मा, मेटल, रियल्टी शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली। निफ्टी का फार्मा इंडेक्स 1.8 फीसदी, मेटल इंडेक्स 1.1 फीसदी और रियल्टी इंडेक्स 1.4 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए। इसके अलावा निफ्टी के आईटी इंडेक्स में 0.50 फीसदी, एफएमसीजी इंडेक्स में 0.50 और ऑटो इंडेक्स में भी 0.40 फीसदी की कमजोरी देखने को मिली।
गिरावट पर खरीदारी की सलाह
- एंबिट कैपिटल सिंगापुर के इक्विटी हेड, प्रमोद गुब्बी ने एक हिंदी बिजनेस चैनल को दिए इंटरव्यु में कहा है कि निवेशकों को बाजार में बड़ी गिरावट आने पर खरीद के लिए तैयार रहना चाहिए। प्रमोद गुब्बी का कहना है कि भले अभी बाजार के फंडामेंटल्स ठीक नहीं है लेकिन लिक्विडिटी भरपूर है। और इस लिक्विडिटी से रुपये को काफी सहारा मिल रहा है। उनके मुताबिक घरेलू निवेश से सहारा मिलना बाजार के लिए अच्छा है।
विदेशी ब्रोकरेज हाउस ने बढ़ाया इन शेयरों का लक्ष्य
एवेन्यू सुपरमार्केट
- जेपी मॉर्गन ने एवेन्यू सुपरमार्केट पर न्यूट्रल रेटिंग के साथ कवरेज शुरू की और लक्ष्य 635 रुपए प्रति शेयर का तय किया है।
मारुति सुजुकी
- गोल्डमैन सैक्स ने मारुति सुजुकी पर निवेश की सलाह बरकरार रखते हुए लक्ष्य 7127 रुपए प्रति शेयर का तय किया है।
फीनिक्स मिल्स
- सीएलएसए ने फीनिक्स मिल्स पर निवेश की सलाह बरकरार रखते हुए लक्ष्य 460 से बढ़ाकर 539 रुपए का तय किया है।