नई दिल्ली। बैंक तथा वाहन कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट से बीएसई सेंसेक्स शुक्रवार को 334 अंक लुढ़क गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 12,000 अंक से नीचे आ कर बंद हुआ। रिजर्व बैंक के नीतिगत दर में कोई बदलाव नहीं करने तथा आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाने के एक दिन बाद निवेशक थोड़े सतर्क दिखें। सरकारी आर्थिक आंकड़ों की कमजोरियों का भी बाजार की धारणा पर असर पड़ा।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स बढ़त के साथ खुला लेकिन बाद में इसमें गिरावट आई लेकिन यह तेजी ज्यादा समय नहीं टिकी। एक समय सेंसेक्स 40,337.53 अंक तक नीचे चला गया। अंत में यह पिछले बंद से 334.44 अंक यानी 0.82 प्रतिशत की गिरावट के साथ 40,445.15 अंक पर बंद हुआ।
इसी प्रकार, 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 96.90 अंक यानी 0.81 प्रतिशत टूटकर 11,921.50 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक गिरावट येस बैंक में रही। मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस के निजी क्षेत्र के बैंक की रेटिंग कम किए जाने से यह शेयर 10 प्रतिशत नीचे आया। नुकसान में रहने वाले अन्य प्रमुख शेयरों में एसबीआई, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा ओर एचडीएफसी शामिल हैं।
वहीं दूसरी तरफ कोटक बैंक, टाटा स्टील, आरआईएल, एशियन पेंट, टीसीएस, इंफोसिस और एचडीएफसी बैंक लाभ में रहे। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 23 नुकसान में और सात लाभ में रहे। एशिया के अन्य बाजारों में तेजी रही। इसका कारण राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बाद निवेशकों में उत्साह रहा। उन्होंने कहा है कि अमेरिका और चीन शुरुआती व्यापार समझौते को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।