नई दिल्ली। मंगलवार के कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार में हुई चौतरफा बिकवाली के चलते दोनों प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी दिन के निचले स्तर पर बंद हुए है। मंगलवार को बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज, मीडिया और आईटी कंपनियों शेयरों में गिरावट से बाजार पर दबाव गहरा गया। अंत में BSE का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 180 अंक की गिरावट के साथ 30958 के स्तर पर और NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 63 अंक गिरकर 9511 के स्तर पर बंद हुआ। यह भी पढ़े: 11 दिन में 1.93 रुपए प्रति लीटर सस्ता हुआ पेट्रोल, डीजल के दाम 96 पैसे घटे, अब आगे क्या
दिन-भर कुछ ऐसी रही बाजार की चाल
बाजार के एक्सपर्ट्स की मानें तो शेयर बाजार पर अब GST का डर हावी होता दिख रहा है। ग्लोबल बाजारों की सुस्ती ने भी बाजार में दबाव बनाने का काम किया। हालांकि, बाजार हल्की बढ़त के साथ खुला था। लेकिन जल्दी ही बाजार में मुनाफावसूली हावी हो गई। निफ्टी भी कारोबार के दौरान 9500 के नीचे खिसक गया। हालांकि अंत में निफ्टी 9500 के ऊपर बंद होने में कामयाब रहा। वहीं, आज के कारोबार में निफ्टी ने 9473.45 तक गोता लगाया, तो सेंसेक्स 30847 तक टूट गया था। यह भी पढ़े: Monsoon2017: 48 घंटे में उत्तर प्रदेश पहुंचेगा मानसून, उत्तराखंड समेत इन इलाकों में भारी बारिश का अनुमान
RBI के इस कदम के बाद बैंकिंग शेयर टूटे
आरबीआई ने कहा है कि नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल में जाने वाले 12 बड़े लोन के मामले में कंपनियों को 50 फीसदी प्रोविजनिंग करनी पड़ेगी। और अगर एनसीएलटी में मामला नहीं सुलझा और कंपनी के असेट बेचने की नौबत आई तो 100 फीसदी प्रोवजिनिंग करनी पड़ेगी। माना जा रहा है कि इससे बैंकों को 50 हजार करोड़ रुपए अलग रखने पड़ सकते हैं। इस कदम के बाद सरकारी बैंकों के शेयरों में 6 फीसदी तक की गिरावट रही।
कोटक महिंद्रा एएमसी के MD नीलेश शाह ने एक बिजनेस चैनल को दिए इंटरव्यु में कहा
बाजार मे लिक्विडिटी की वजह से बहुत बड़ी गिरावट नहीं आ रही है। साथ ही, वैल्यूशन काफी महंगा होने के बावजूद बाजार में बढ़त कायम है। हालांकि, पिछले कुछ दिनों से बाजार कंसोलिडेशन मोड में चले गए है। लिहाजा शॉर्ट टर्म में ये सीमित दायरे में ही कारोबार करते नजर आएंगे। फार्मा में पोर्टफोलियो बनाने का वक्त आ चुका है। फार्मा में अपनी पोर्टफोलियो डाइवर्सिफाइड रखें। आईटी शेयरों में ऐसे शेयरों पर दांव लगाएं जो कैश रिच हैं और दूसरे क्षेत्रों में निवेश लाने की कोशिश कर रहे हैं। जीएसटी लंबी अवधि के नजरिए से देश की इकोनॉमी के लिए अच्छा साबित होगा। सरकार की आय बढ़ने से आगे सरकारी निवेश भी बढ़ेगा।
विदेशी ब्रोकरेज हाउसेज ने इन शेयरों का बढ़ाया लक्ष्य
मारुति सुजुकी
HSBC ने मारुति सुजुकी में निवेश की सलाह बरकरार रखी है। मारुति सुजुकी के लिए 7800 रुपए प्रति शेयर का लक्ष्य तय किया है। यह भी पढ़े: मोबाइल फोन के IMEI नंबर से छेड़छाड़ करना पड़ेगा महंगा, खानी पड़ सकती है जेल की हवा
अरबिंदो फार्मा
जेफरीज ने अरबिंदो फार्मा का लक्ष्य 750 रुपए से बढ़ाकर 780 रुपए कर दिया है।
ग्रासिम
जेपी मॉर्गन ने ग्रासिम पर ओवरवेट की रेटिंग दी है। जेपी मॉर्गन ने ग्रासिम का लक्ष्य 1250 रुपए से बढ़ाकर 1350 रुपए किया है।
बैंकिंग सेक्टर पर राय
बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच ने एचडीएफसी बैंक का लक्ष्य बढ़ाकर 2000 रुपए प्रति शेयर तय किया है। वहीं यस बैंक का लक्ष्य बढ़ाकर 2200 रुपए प्रति शेयर तय किया है।यह भी पढ़े: दिसंबर तक आ सकता है न्यू इंडिया एश्योरेंस का IPO, कंपनी जल्द दाखिल करेगी DRHP
भारत फाइनेंशियल
क्रेडिट सुईस ने भारत फाइनेंशियल पर आउटपरफॉर्म की रेटिंग कायम रखी है। क्रेडिट सुईस ने भारत फाइनेंशियल के लिए 800 रुपए प्रति शेयर का लक्ष्य तय किया है।
स्टील सेक्टर पर राय
जेपी मॉर्गन को स्टील सेक्टर में टाटा स्टील और जेएसडब्ल्यू स्टील पसंद है। जेपी मॉर्गन ने वित्त वर्ष 2019 तक टाटा स्टील के लिए 690 रुपए और वित्त वर्ष 2020 तक 1110 रुपये का लक्ष्य तय किया है। वहीं जेपी मॉर्गन ने वित्त वर्ष 2019 तक जेएसडब्ल्यू स्टील के लिए 225 रुपए और वित्त वर्ष 2020 तक 358 रुपए का लक्ष्य तय किया है।