नई दिल्ली। बुधवार के सत्र में चौतरफा हुई बिकवाली के चलते घरेलू शेयर बाजार में गिरावट रही है। बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 255 अंक गिरकर 27836 पर और एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 76 अंक की कमजोरी के साथ 8615 के स्तर पर बंद हुआ है।
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मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी गिरावट
- दिग्गज शेयरों के साथ ही छोटे और मझोले शोयरों में भी गिरावट देखने को मिली है।
- बीएसई का मिड कैप इंडेक्स 1.10 फीसदी और स्मॉल कैप इंडेक्स 0.75 फीसदी गिरकर बंद हुए है।
इंडेक्स का प्रदर्शन
- बुधवार के कारोबार में बैंकिग शेयरों की जोरदार पिटाई हुई है।
- बैंक निफ्टी 1.75 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ है।
- निफ्टी का पीएसयू बैंक इंडेक्स करीब 1.5 फीसदी और प्राइवेट बैंक इंडेक्स 2 फीसदी की कमजोरी के साथ क्लोज हुआ है।
- बीएसई के ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 0.5 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ है।
- निफ्टी के एफएमसीजी, आईटी, ऑटो और फार्मा शेयरों में सबसे ज्यादा कमजोरी देखने को मिली है।
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क्यों आई शेयर बाजार में गिरावट
- अमेरिकी और एशियाई बाजारों में हुई बिकवाली का असर घरेलू शेयर बाजार पर भी देखने को मिला है। इसके अलावा क्रूड कीमतों में गिरावट से एनर्जी शेयरों में गिरावट आई है। जिसके चलते ग्लोबल मार्केट पर निगेटिव असर हुआ है।
- एफआईआई भी लगातार घरेलू शेयर बाजार में ऊपरी स्तरों पर बिकवाली कर रहे है। जिसके चलते बाजार पर दबाव है।
रिस्क कैपिटल एडवाइजर्स के डी डी शर्मा का कहना है कि फिलहाल बाजार की चाल ठीक नजर आ रही है। हालांकि पिछले कुछ सेशन से एफआईआई की लगातार बिकवाली के चलते लॉर्जकैप सेक्टर के शेयरों में दबाव बना हुआ है जिसके कारण इंडेक्स ऊपरी स्तर पर बढ़ते नजर नहीं आ रहे। इसके बाद भी स्मॉल मि़डकैप सेक्टर अच्छा प्रदर्शन दिखा रहे है। जिसके मद्दे नजर बाजार का मुड़ अच्छा है। अगर एफआईआई बिकवाली रोकते है तो बाजार की चाल में और भी तेजी की उम्मीद है।
बाजार में अब आगे क्या
आनंद राठी सिक्युरिटी के चेयरमैन आनंद राठी कहते है कि अब अगर आगे की बात करें तो भारत के सभी मैक्रो पैरामीटर ठीक हैं। महंगाई नियंत्रण में हैं, ब्याज दरें भी ठीक हैं, करेंट एकाउंट सरप्लस हो रहा है, देश का फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व बढ़ रहा है और कैपिटल इनफ्लो बढ़ रहा है। ये सब देखते हुए लगता है कि अगली 2-3 दीवालियों तक भारतीय बाजारों का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहेगा। हालांकि ग्लोबल स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। फिर भी घरेलू स्थितियां अच्छी रहने से भारत के लिए अगले 2-3 साल बहुत अच्छे रहेंगे।
आनंद राठी ने कहा कि भारतीय बाजार में विदेशी निवेश आता रहेगा। आनंद राठी के मुताबिक रियल एस्टेट और सोने में निवेशकों का पैसा जाना बंद हो गया है। निवेशक अब अपनी बचत या तो इक्विटी में लगाएंगे या डेट में। आनंद राठी का मानना है कि आगे एफएमसीजी, बैंकिंग, कंज्यूमर ड्युरेबल शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिलेगी।