नई दिल्ली। हफ्ते के लगातार दूसरे सत्र में घरेलू शेयर बाजार तेजी के साथ बंद हुए है। बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 132 अंक की बढ़त के साथ 27591 के स्तर पर और एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 46 अंक की मजबूती के साथ 8543 के स्तर पर बंद हुआ है।
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दिनभर कुछ ऐसा रहा कारोबार…
- दिनभर ज्यादा समय तक सीमित दायरे में रहने के बाद आज बाजार में अचानक तेजी देखने को मिली है।
- आखिरी आधे घंटे के दौरान बाजार में मजबूती बढ़ती नजर आई।
- दिन के निचले स्तरों से सेंसेक्स में 185 अंकों की तेजी आई, तो निफ्टी 80 अंक बढ़ा है।
- इस तेजी में सेंसेक्स और निफ्टी 0.5 फीसदी तक बढ़कर बंद हुए हैं।
- मंगलवार के कारोबार में सेंसेक्स 27646.84 तक पहुंचा था, तो निफ्टी ने 8559.4 तक दस्तक दी थी।
- अंत में सेंसेक्स और निफ्टी दिन के ऊपरी स्तरों के आसपास ही बंद होने में कामयाब हुए हैं।
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मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में निचले स्तर से खरीदारी
- मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी निचले स्तरों से खरीदारी देखने को मिली है।
- बीएसई का मिडकैप इंडेक्स करीब 0.4 फीसदी बढ़कर 12961 के स्तर पर बंद हुआ है।
- मंगलवार के कारोबार में बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 12865 तक गिरा था।
- निफ्टी के मिडकैप 100 इंडेक्स में 0.3 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है।
- बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 0.15 फीसदी तक बढ़कर 13050 के आसपास बंद हुआ है।
- मंगलवार के कारोबार में बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 12992 तक गिरा था।
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सेक्टर इंडेक्स का प्रदर्शन
- ऑटो, बैंकिंग, ऑयल एंड गैस और एनर्जी शेयरों में खरीदारी से बाजार में तेजी देखने को मिली है।
- बैंक निफ्टी 0.75 फीसदी की तेजी के साथ 19501 के स्तर पर बंद हुआ है।
- निफ्टी के ऑटो इंडेक्स में 1.9 फीसदी और एनर्जी इंडेक्स में 0.6 फीसदी की मजबूती आई है।
- बीएसई का ऑयल एंड गैस इंडेक्स 1 फीसदी बढ़कर बंद हुआ है।
- फार्मा शेयरों में सबसे ज्यादा दबाव देखने को मिला है। निफ्टी का फार्मा इंडेक्स 1.4 फीसदी गिरकर बंद हुआ है।
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अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का इन सेक्टर पर होगा असर
- अमेरिकी चुनावों से भारतीय आईटी कंपनियों को झटका लगने की आशंका है।
- भारतीय आईटी कंपनियों को इमिग्रेशन और आउटसोर्सिंग पॉलिसी में बदलाव का डर सता रहा है।
- एच-1बी वीजा नियमों में बदलाव से भी आईटी कंपनियों के मुनाफे पर दबाव संभव है।
- बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग पर रोक से आय पर असर की आशंका है। अमेरिकी चुनावों से पहले 10 दिनों में आईटी इंडेक्स 5.5 फीसदी लुढ़क गया है।
- डोनाल्ड ट्रंप, हेल्थकेयर कानून ओबामाकेयर को खारिज करने के पक्ष में हैं। प ने फार्मा सेक्टर में भी आउटसोर्सिंग पर लगाम की बात कही है।
- वित्त वर्ष 2016 के दौरान डॉ रेड्डीज की कुल आमदनी में अमेरिका की भागीदारी 51 फीसदी थी, जबकि सन फार्मा की कुल आमदनी में अमेरिका का योगदान 48 फीसदी रहा था।
- अरबिंदो फार्मा की कुल आमदनी में अमेरिका की भागीदारी 44 फीसदी थी, जबकि टोरेंट फार्मा की कुल आमदनी में अमेरिका का योगदान 40 फीसदी रहा था।
जियोजित बीएनपी पारिबा के गौरांग शाह का कहना है कि अमेरिकी चुनाव के क्या नतीजे आएंगे यह कहना मुश्किल है। भारतीय बाजारों में भी अमेरिकी चुनाव के नतीजों को मद्देनजर इस सप्ताह दबाव में रह सकता है क्योंकि आईसीआईसीआई बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब नेशनल बैंक के भी नतीजे आनेवाले है। साथ ही भारतीय बाजारों में बिकवाली हावी होती नजर आ रही है उसे देखते हुए छोटी व मध्यम अवधि के लिए संभलकर खरीदारी करने की सलाह होगी। लेकिन लंबी अवधि का नजरिया रख खरीदारी करने की राय होगी।