नई दिल्ली। अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी के फैसले का निगेटिव असर दुनियाभर के शेयर बाजारों पर देखने को मिला है। इन्हीं संकेतों के चलते घरेलू शेयर बाजार भी 0.35 फीसदी तक लुढ़ककर बंद हुए है। BSE का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 84 अंक गिरकर 26519 पर और NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 29 अंक गिरकर 8154 पर बंद हुआ है। हालांकि आज के कारोबार में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में आधा फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिली है।
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ऑटो, FMCG, मीडिया और फार्मा इंडेक्स में रही गिरावट
- NSE पर ऑटो, मीडिया और फार्मा इंडेक्स आधा से दो फीसदी तक की गिरावट के साथ बंद हुए है।
- वहीं, बैंकिंग, IT, मेटल और रियल्टी शेयरों में 0.50 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिली है।
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2 हफ्ते के लिए निफ्टी का दायरा 7900-8300 का रहेगा
- अगले 1-2 हफ्तों में घरेलू बाजार की चाल सीमित दायरे में ही रह सकती है।
- बाजार के लिए अभी 7900-8300 का दायरा नजर आ रहा है।
- नोटबंदी से कंज्यूमर कंपनियों को काफी झटका लगा है, ऐसे में बजट में इन सेक्टरों के लिए क्या एलान होंगे इस पर बाजार की नजर होगी।
- नोटबंदी के चलते निजी कंपनियों के कैपेक्स को झटका लगा है, ऐसे में बजट में सरकार की ओर से ग्रोथ को बढ़ाने के लिए निवेश बढ़ाने पर जोर दिया जा सकता है।
- सरकार की ओर से निवेश बढ़ाने से बाजार को सहारा मिल सकता है।
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बाजार पर जारी रहेगा दबाव
- मोतीलाल ओसवाल एएमसी में फंड मैनेजर गौतम सिन्हा रॉय ने एक बिजनेस चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि ऐसा उम्मीद हैं कि अगले 1 साल तक यूएस फेड का मूड हाइक का ही रहेगा और अमेरिका में महंगाई बढ़ती जाएगी।
- ये एक सेंटीमेंट है। फेड के इवेंट के बाद हो सकता है कि ये सेंटीमेंट पलट जाए।
- इसके लिए हमें फेड के फैसले और स्टेटमेंट का इंतजार करना होगा। लेकिन उम्मीद है कि अमेरिका का हाइक का साइकिल अभी चालू रहेगा और उसके कारण एफआईआई का सेलिंग जो हम बाजार में देख रहे हैं वो जारी रहने का चान्स बनता है।
- इसके अलावा देश में हुए डीमनीटाइजेशन का प्रभाव भी बाजार पर बना रहेगा।
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फेड के फैसले पर विदेशी ब्रोकरेज हाउस की राय
- एचएसबीसी का मानना है कि फेड का बयान अनुमान से ज्यादा सख्त है लेकिन इससे डॉलर मौजूदा समय से ओर भी मजबूत होगा।
- क्रेडिट सुइस का मानना है कि फेड के फैसले से जीडीपी में सुधार की संभावनाएं बढ़ी है।
- गोल्डमन सैक्स का मानना है कि 2017 में दरों में बढ़ोतरी के आसार बढ़े है लेकिन डेटा अहम होगा। फेड डेटा पर निर्भर है।
- यूबीएस का मानना है कि दरों में बढ़ोतरी अनुमान के मुताबिक फेड का फैसला रहा है। लेकिन 2017 में 2 बार दरें बढ़ सकती हैं।
इन शेयरों में है बड़े रिटर्न का दम
- बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच ने पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस पर निवेश की सलाह के साथ कवरेज शुरू करने की सलाह देते हुए लक्ष्य 1040 रुपए प्रति शेयर तय किया है।
- सीएलएसए ने इमामी पर आउटपरफॉर्म रेटिंग के साथ कवरेज शुरू करते हुए लक्ष्य 1115 रुपए प्रति शेयर तय किया है।