नई दिल्ली। हफ्ते के आखिरी दिन घरेलू शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए है। बैंकिंग, फाइनेंस, मीडिया और फार्मा शेयरों में हुई मुनाफावसूली के चलते सेंसेक्स और निफ्टी लुढ़ककर बंद हुए है। हालांकि, शुरुआती कारोबार में बाजार बढ़त के साथ खुले थे। अंत में BSE का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 63 अंक गिरकर 30188 के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं, NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 21 अंक गिरकर 9401 के स्तर पर क्लोज हुआ है।यह भी पढ़े: महंगे क्रूड से बढ़ेगा इन कंपनियों का मुनाफा, शॉर्ट टर्म में बड़े रिटर्न की उम्मीद
9400 के ऊपर बंद होने में कामयाब रही निफ्टी
शुक्रवार के सत्र में दिन-भर बाजार लाल निशान पर कारोबार करते नजर आए। सेंसेक्स और निफ्टी 0.25 फीसदी तक कमजोर होकर बंद हुए हैं। हालांकि गिरावट के बावजूद सेंसेक्स 30000 के ऊपर टिके रहने में कामयाब रहा है, जबकि निफ्टी भी 9400 के ऊपर ही बंद हुआ है।
मिडकैप शेयरों पर भी हावी रही मुनाफावसूली
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में मुनाफावसूली का दबाव दिखा। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.7 फीसदी गिरकर बंद हुआ है, जबकि निफ्टी के मिडकैप 100 इंडेक्स में भी 0.7 फीसदी की कमजोरी आई है। बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 0.8 फीसदी लुढ़ककर बंद हुआ है।
बैंकिंग, FMCG और फार्मा शेयरों में बिकवाली
बैंकिंग, एफएमसीजी, मीडिया, फार्मा, कंज्यूमर ड्युरेबल्स, कैपिटल गुड्स और पावर शेयरों में बिकवाली देखने को मिली है। बैंक निफ्टी 0.6 फीसदी टूटकर 22,671.7 के स्तर पर बंद हुआ है। निफ्टी के पीएसयू बैंक इंडेक्स में 0.6 फीसदी और प्राइवेट बैंक इंडेक्स में 0.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। निफ्टी के एफएमसीजी इंडेक्स में 0.25 फीसदी, मीडिया इंडेक्स में 2.1 फीसदी और फार्मा इंडेक्स में 0.6 फीसदी की कमजोरी आई है। बीएसई के कंज्यूमर ड्युरेबल्स इंडेक्स में 1 फीसदी, कैपिटल गुड्स इंडेक्स में 0.3 फीसदी और पावर इंडेक्स में 0.8 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि आईटी और रियल्टी शेयरों में अच्छी खरीदारी देखने को मिली है। निफ्टी का आईटी इंडेक्स 1 फीसदी से ज्यादा बढ़कर बंद हुआ है। वहीं बीएसई का रियल्टी इंडेक्स0.8 फीसदी मजबूत होकर बंद हुआ है। निफ्टी के ऑटो इंडेक्स में 0.2 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है।
बाजार में लौटेगी तेजी
कैपिटल सिंडीकेट के मैनेजिंग पार्टनर सुब्रह्मण्यम पशुपति का कहना है कि बाजार में आगे भी तेजी बरकरार रहने की उम्मीद है, लेकिन बाजार के वैल्युएशन जरूर थोड़े महंगे हो गए हैं। वहीं मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में वैल्युएशन काफी ज्यादा महंगा हो गया है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में लिक्विडिटी की दिक्कत बनी रहती है, ऐसे में आगे के लिए थोड़ा सतर्क नजरिया बन रहा है। हालांकि, पिछली कुछ तिमाहियों से कंपनियों के नतीजे कुछ खास नहीं रहे हैं, ऐसे में बाजार को लेकर अभी थोड़ा सतर्क नजरिया बन रहा है। निवेश के लिए गिरावट का इंतजार करें और कमजोरी के माहौल में सस्ते वैल्युएशन वाले शेयरों में खरीदारी की रणनीति बनाई जा सकती है।यह भी पढ़े: अगले 6 हफ्ते में ये 9 कंपनियां शेयर बाजार से जुटाएंगी 15 हजार करोड़ रुपए, आप भी उठा सकते हैं फायदा
विदेशी ब्रोकरेज हाउसेज ने बढ़ाया इन शेयरों का लक्ष्य
एशियन पेंट्स
मॉर्गन स्टैनली ने एशियन पेंट्स पर ओवररेटिंग की राय को बरकरार रखते हुए 1280 रुपए प्रति शेयर तय किया है। मैक्वायरी ने एशियन पेंट्स पर न्यूट्रल रेटिंग की राय को बरकरार रखते हुए 1140 रुपए प्रति शेयर तय किया है। यह भी पढ़े: नीति आयोग ने दिया सुझाव, कहा- पेट्रोल और डीजल की गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन लॉटरी के जरिए होना चाहिए
HCL टेक
गोल्डमैन सैक्स ने एचसीएल टेक पर निवेश की राय को बरकरार रखते हुए लक्ष्य 1007 रुपए प्रति शेयर तय किया है।
मारुति
मैक्वायरी ने मारुति पर आउटपरफॉर्म रेटिंग की राय को बरकरार रखते हुए लक्ष्य 6850 रुपये से बढ़ाकर 7500 रुपये तक किया है।