नई दिल्ली। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) से पूछा है कि बुधवार को कनेक्टिविटी (इंटरनेट सम्पर्क) बाधित होने से बाजार प्रणाली ठप होने के बाद कारोबार को ‘डिजास्टर रिकवरी साइट’ पर क्यों स्थानांतरित नहीं किया गया। इसके साथ नियामक ने एनएसई को सलाह दी है कि वह कारोबार बंद होने के कारण की जड़ तक जाए। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि एनएसई को कारोबार को ‘डिजास्टर रिकवरी साइट’ पर स्थानांतरित नहीं करने की वजह बताने को कहा गया है। एनएसई को इस बारे में अपनी रिपोर्ट जल्द से जल्द देने को भी कहा गया है। डिजास्टर रिकवरी प्रणाली किसी संकट के समय ‘प्लान-बी’ होती है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि गतिविधियां प्रभावित नहीं होने पाएं।
एनएसई ने कहा है कि वह कनेक्टिविटी को लेकर दो दूरसंचार सेवा प्रदाताओं पर निर्भर है। दोनों की कनेक्टिविटी साथ-साथ बंद हो गई, जिससे यह समस्या पैदा हुई। सेबी ने कहा कि वह एनएसई अधिकारियों के संपर्क में है और उसकी स्थिति पर नजर है। एनएसई को बाजार भागीदारों को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराने की भी सलाह दी गई है। एनएसई में कनेक्टिविटी के मुद्दे की वजह से 11:40 बजे कारोबार बंद हो गया था। यह 3:30 बजे तक बंद रहा था। बाद में एनएसई और बीएसई ने कारोबार के समय को बढ़ाकर पांच बजे तक करने का फैसला किया था।