नई दिल्ली। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड यानि सेबी कोरोना वायरस के पूंजी बाजार पर पड़ने वाले प्रभाव पर नजर रखे हुए है। सेबी के पूर्ण कालिक सदस्य के मुताबिक सेबी असर का आतंरिक तौर पर आकलन कर रही है। हालांकि सेबी के पूर्ण कालिक सदस्य एस के मोहंती ने साफ किया कि वित्तीय क्षेत्र के नियामकों की शीर्ष संस्था वित्तीय क्षेत्र विकास परिषद यानि एफएसडीसी अभी इस विचार विमर्श में शामिल नहीं हुई है।
सेबी के पूर्ण कालिक सदस्य की तरफ से यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब दुनियाभर में केन्द्रीय बैंक वायरस के असर को देखते हुए हरकत में आ रहे हैं। अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने मंगलवार को अचानक ब्याज दर में आधा प्रतिशत की कटौती कर सबको चौंका दिया। रिजर्व बैंक ने भी मंगलवार को बयान जारी कर बाजार को हर संभव सहायता देने का भरोसा दिया है। मोहंती ने यहां संवाददाताओं से कहा कि सेबी कोरोना वायरस और इसके बाजार पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर जागरूक है। हम इस दिशा में जरूरी कदम उठा रहे हैं।
उन्होंने साथ ही कहा कि हमने रिजर्व बैंक का बयान देखा है। हमें इसकी जानकारी है। जो कुछ भी किया जाना है वह किया जाना चाहिये। हम आंतरिक तौर पर स्थिति का आकलन कर रहे हैं। वहीं उन्होने साफ किया कि इस बारे में एफएसडीसी से अभी कोई चर्चा नहीं हुई है। कोरोना वायरस के असर की वजह से ही बाजार में पिछले 9 सत्रों में से 8 में गिरावट देखने को मिली है।